भाजपा के भीतर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध शुरू हो गया है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री की नीतियों और निर्णयों पर भाजपा में किसी की सवाल खड़ा करने की हिम्मत नहीं थी। अब पहली बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ी मांग कर दी है। उन्होंने बजट पर आम जनता से जुड़े सवाल उठा दिए हैं।
नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर लाइफ इंश्योरें तथा मेडिकल इंश्योरेंस पर से जीएसटी हटाने की मांग कर दी है। यह बड़ी मांग है और जनता से, खासकर मध्य वर्ग की जनता से जुड़ा सवाल है, इसलिए इसे व्यापक समर्थन मिल रहा है। मालूम हो कि लाइफ इंश्योरें तथा मेडिकल इंश्योरेंस पर 18 प्रतिशत जीएसटी है।
गडकरी की मांग पर कांग्रेस ने कहा कि नितिन गडकरी ने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सबको पता है मोदी सरकार जनता से जमकर वसूली कर रही है। इसमें लाइफ एंड मेडिकल इंश्योरेंस पर 18% GST वसूला जा रहा है। अब नितिन गडकरी ने इस वसूली के खिलाफ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को चिट्ठी लिखी है। गडकरी ने साफ़ कहा है कि ‘लाइफ एंड मेडिकल इंश्योरेंस पर टैक्स लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर टैक्स लगाने जैसा है’। मोदी सरकार की इस टैक्स वसूली को नितिन गडकरी ने वापस लेने की मांग की है। सनद रहे- आज देशभर में मोदी सरकार की टैक्स वसूली के खिलाफ लोगों में गुस्सा है, लोग इसके विरोध में लिख रहे हैं, बोल रहे हैं और कड़ा विरोध दर्ज करा रहे हैं।
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भाजपा अध्यक्ष पद से हटते ही शंट हो गए सम्राट!
गडकरी की मांग को भाजपा के भीतर प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में पनपते विक्षोभ के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही कुछ और नेता भी अपना विरोध दर्ज कराएंगे। हाल के दिनों में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से गिरा है। अगर इसी तरह ग्राफ गिरता रहा, तो अक्टूबर में तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बुरी गत हो सकती है।