गलियारों की बात : सिंगापुर से आते ही लालू सौपेंगे तेजस्वी को कमान
राजधानी पटना के राजनीतिक गलियारों में अचानक एक बात तेजी से घूम रही है। सिंगापुर से आते ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पार्टी की कमान तेजस्वी को सौंप देंगे।
पटना के सत्ता गलियारे में एक बात तेजी से घूम रही है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद सिंगापुर से लौटते ही पार्टी की कमान उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सौंप देंगे। इस चर्चा को इसलिए बल मिल रहा है कि इसके पीछे कुछ ठोस आधार हैं। अगर ठोस आधार न होता, तो चर्चा को बल नहीं मिलता।
मालूम हो कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद सिंगापुर में इलाजरत हैं। उनकी किडनी का प्रत्यारोपण किया गया है। उन्हें उनकी बेटी रोहिणी ने अपनी किडनी दी है। रोहिणी 12 दिसंबर को ही अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौट चुकी हैं। वे स्वस्थ हैं। लेकिन लालू प्रसाद को कई तरह के परहेज के साथ ही डॉक्टरों की देखरेख की जरूरत है।
आज मैं आप लोगों की दुआओं और आशीर्वाद से हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर आ गई ,
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) December 12, 2022
मगर पापा अभी भी हॉस्पिटल में है उनकी तबीयत कुछ नासाज बनी हुई हैं.
बस आप लोगों की दुआओं की शक्ति चाहिए की पापा भी जल्द से जल्द ठीक होकर आपके बीच,आपके अधिकार की खातिर आवाज बुलंद कर सकें 🙏
पहला आधार तो यही है कि किडनी प्रत्यारोपण के बाद भी लालू प्रसाद पहले की तरह शारीरिक तौर पर उतने सक्रिय नहीं रह पाएंगे, जितना वे पहले थे। इसीलिए वे चाहते हैं कि सिंगापुर से लौट कर पार्टी की कमान यानी अध्यक्ष पद तेजस्वी प्रसाद को सौंप दें।
दूसरा आधार भी कम महत्वपूर्ण नहीं है। दूसरा आधार यह है कि वर्ष 2023 राष्ट्रीय राजनीति की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है और विपक्षी दलों के बेहद चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है। 2025 के मार्च में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगा। इसलिए सारा घमासान 2023 में ही होगा। अगर भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करना है, तो विपक्ष को न सिर्फ एकजुट होना होगा, बल्कि राजनीतिक अभियान छेड़ना होगा। इसके लिए नेताओं के तूफानी दौरे होंगे। विभिन्न दलों के साथ तालमेल सहित कई नीतिगत फैसले लेने होंगे। इन सबके लिए नेतृत्व का शारीरिक रूप से भी फिट रहना जरूरी है, ताकि वह भाग-दौड़ कर सके। इसलिए भी लालू प्रसाद चाहेंगे कि तेजस्वी प्रसाद को पार्टी की पूरी कमान सौंप दी जाए, ताकि वे सही समय पर निर्णय ले सकें।
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