गांधी की हत्या पर जश्न मनाने वाले नफरती मनीष पर लगा NSA
गांधी की हत्या पर जश्न मनाने वाले और खुद को गोडसे का समर्थक बताने वाले नफरती मनीष पर तमिलनाडु सरकार ने NSA (रासुका) लगा दिया है।
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों को मारने, हत्या किए जाने का फर्जी वीडियो बनाने और इसके जरिये दोनों प्रदेशों के संबंध में तनाव पैदा करने वाले मनीष कश्यप पर तमिलनाडु पुलिस ने एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगा दिया है। एनएसए तभी और उसी पर लगाया जाता है, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो। इस कानून के तहत केंद्र या राज्य सरकार किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती है अगर उससे देश की सुरक्षा को खतरा हो। यह गिरफ्तारी तीन मीहने के लिए होती है। बाद में सरकार इसे फिर से तीन-तीन महीने के लिए बढ़ा सकती है।
मदुरै कोर्ट ने मनीष कश्यप की न्यायिक हिरासत 19 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है। इस बीच मनीष ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट केस की सुनवाई के लिए तैयार हो गया है।
इस बीच मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि मनीष के एक सहयोगी ने पटना में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है। फिलहाल वह फरार चल रहा है। उसका नाम रवि भट्ट है। वह भी मनीष की तरह मीडिया संस्थान बना कर काम कर रहा था। वह अयोध्या टाइम्स से जुड़ा है। तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की हत्या की झूठी खबर उड़ाने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने इसे भी नोटिस भेजा था। ईओयू ने उससे सामने आकर सवालों का जवाब देने को कहा था। लेकिन वह फरार चल रहा है।
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