भले ही बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को बनाया गया है, पर बिहार में जिस नाम पर ज्यादा चर्चा हो रही है वह हैं मेघालय के नवनियुक्त राज्यपाल गंगा प्रसाद. आखिर क्यों? बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार संजय वर्मा
मेघालय के नवनियुक्त राज्यपाल गंगा प्रसाद बिहार से हैं. बहुत चर्चित चेहरा नहीं रहे. पर अपने मिशन में मग्न रहने वाले गंगा प्रसाद 18 वर्षों तक विधान परिषद के सदस्य रहे. कुछ दिनों तक परिषद में सत्ताधारी दल के नेता भी रहे.
राष्ट्रपति द्वारा उन्हें मेघाल का राज्यपाल नियुक्त करने की खबर आने के कुछ ही देर बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमारने उन्हें बधाई दी.
मेघालय के राज्यपाल बने श्री गंगा प्रसाद का बिहार बीजेपी के पल्लवित पुष्पित करने में अविस्मरणीय ,अपकल्पनिय अभूतपूर्व और असाधारण योगदान रहा.
आरएसएस की पृष्ठभूमि से आनेवाले गंगा बाबू का खाजपुरा बेलिरोड स्थित आवास बीजेपी के बड़े कद्दावर नेताओं अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी से लेकर नरेंद्र मोदी के ठहरने का गवाह रहा है.
ऐसे में गंगा बाबू जैसे अनुभवी सुलझे हुए व्यकि का गवर्नर बनना स्वाभाविक है गंगा बाबू बीजेपी की राजनीति के साथ सामाजिक कार्यो के लिये भी जाने जाते हैं.
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष, बिहार राज्य आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान.बिहार अंगदान समिति के अध्यक्ष व बिहार खाद्यान व्यवसाई संघ के अध्यक्ष भी हैं बधाई गंगा बाबू.