जर्मनी में कोरोना टेस्ट के नाम पर ठगी के शिकार हुए एपी पाठक

कोरोना टेस्ट के नाम पर विकसित देशों में भी खूब ठगी हो रही है। देश के पूर्व नौकरशाह एपी पाठक की कोरोना रिपोर्ट को 24 घंटे में ही निगेटिव दिखाकर ठग लिये रुपए।

पूर्व नौकरशाह और समाजसेवी तथा नेक्स जेन एनेर्जिया के एमडी अजय प्रकाश पाठक

जर्मनी में कोरोना टेस्ट के नाम पर एक ठगी का मामला संज्ञान में आया है।ठगी देश के पूर्व नौकरशाह और दिग्गज समाजसेवी तथा नेक्स जेन एनेर्जिया के एमडी अजय प्रकाश पाठक से की गयी है। कोरोना टेस्टिंग को ले कर श्री पाठक से RT PCR टेस्ट के लिए 210 यूरो लिए गए और 24 घंटे में ही रिपोर्ट पॉजिटिव से नेगेटिव आ गई।

जर्मनी में भारतीय यात्रियों को फ्लाइट से पहले कोविड टेस्ट कराना पड़ता है जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव ही आती है और फिर फ्लाइट मिस होने का डर दिखाकर उनसे एक्सप्रेसो टेस्ट के नाम पर कम से कम 200 यूरो ले लिए जाते है।रिपोर्ट अगले 24 घंटे में ही पॉजिटिव से नेगेटिव हो जाती है।इस तरह से कोरोना के नाम पर ठगी की जा रही है जो गंभीर जांच का विषय है।

अजय प्रकाश पाठक को 18 जनवरी2022 को जर्मनी से भारत की फ्लाइट पकड़नी थी।कोरोना गाइडलाइन्स के तहत पाठक ने बर्लिन के एक लैब में कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपल दिए जिसमे रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।फ़्लाइट जाने में केवल एक दिन बचा था तब पाठक ने दुबारा सैम्पल के जाँच के लिए 210 युरो दिए।एक्सप्रेस्स सैंपलिंग के नाम पर पाठक से 210 यूरो लिए गए और जब रिजल्ट आया तो रिपोर्ट नेगेटिव आई।इसके बाद ही पाठक अपनी फ्लाइट ले सके

इस बाबत जब अजय प्रकाश पाठक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस पूरे वाकये ने मुझे हिला कर रख दिया कि कैसे जर्मनी जैसे देश में भी कोरोना के नाम पर व्यवसाय किया जा रहा है।मैं 24 घण्टो तक मानसिक उत्पीड़ित रहा।अगर टिकट कैन्सल कराता तो हज़ारों रुपये खर्च होते और मेरी सारी मीटिंग्स जो भारत में फ़िक्स थी कैन्सल करनी पड़ती। इसके बाद श्री पाठक ने कहा कि वो इसकी शिकायत जर्मनी में भारत के एंबेसी और भारत में जर्मेन एम्बसी में करेंगे।इसके अलावा वो विदेश मंत्रालय में भी इसकी शिकायत करेंगे। साथ साथ जर्मनी के लैब पर लीगल ऐक्शन भी लेंगे। इसके लिए जो उनको मानसिक उत्पीड़न हुआ है उसके लिए उन्होंने जर्मानी के लैब से कॉम्पन्सेशन देने की बात कही है।

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By Editor