घोड़ासहन कैनाल रोड निर्माण, करोड़ों की सोलिंग का हो रहा घपला
घोड़ासहन कैनाल रोड निर्माण में करोड़ों रुपए की सोलिंग का घोटाला हो रहा है। ईंटों उखाड़ कर को दूसरी जगह ले जाया जा रहा। सड़क निर्माण की लागत का बोर्ड भी नहीं।
नेक मोहम्मद
छौड़ादानो प्रखंड क्षेत्र के घोड़ासहन कैनाल पर रोड निर्माण कार्य जारी है। इस रोड पर पहले से ईंट सोलिंग तथा पीचींग थी। रोड खराब हो जाने से फिर से रोड का निर्माण कार्य शुरू हुआ है। निर्माण कार्य रक्सौल से छौड़ादानो प्रखंड के जनता चौक के नहर चौक से आगे तक होना है। इस रोड के निर्माण कार्य की स्थिति यह है कि ईंट की सोलिंग को जेसीबी से उखाड़कर दूसरी जगह ले जाया जा रहा है। इस रोड निर्माण कार्य का बोर्ड छौड़ादानो में कहीं भी लगा हुआ नहीं दिख रहा है। कितनी लागत राशि से यह निर्माण कार्य हो रहा है, को छुपाकर कर निर्माण कार्य हो रहा है। रोड की लंबाई- चौड़ाई क्या है, यह सब जानकारी देनेवाला कहीं बोर्ड नहीं है।
यह रोड भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह रोड आर्थिक तथा सामरिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। घोड़ासहन कैनाल रोड रक्सौल अनुमण्डल को जोड़ता है। यह रोड नेपाल सीमा से पांच से छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस रोड से रक्सौल तथा पड़ोसी देश नेपाल के विरगंज जाने आने के लिए कम दूरी तय करना होता है, इसलिए यह रोड बहुत महत्वपूर्ण है।
रोड निर्माण कार्य के मुंशी ने बताया कि उसे किसी तरह की कोई जानकारी नहीं। ईंट क्यों उखाड़कर कर हटाया जा रहा है। इस रोड को पीएमपीसी कंस्ट्रक्शन बना रहा है। नौकरशाही डॉट कॉम ने ठेकेदार से मोबाईल पर सम्पर्क किया तो ठेकेदार ने बताया कि रक्सौल से छौड़ादानो के नहर चौक से आगे तक निर्माण होना है। इसकी दूरी 23.87 किलोमीटर है। रक्सौल में बोर्ड लगा हुआ है। छौड़ादानो में अभी काम शुरू किया गया है। काम होने के बाद बोर्ड लग जायगा। जहां पर उद्घाटन होता है वहां पर बोर्ड लगता है। रोड का निर्माण कार्य जहां खत्म हो जाता है वहां बोर्ड लगता है लेकिन छौड़ादानो नहर पर कहीं भी बोर्ड नहीं है। रोड की चौड़ाई साढ़े तीन मीटर बनाई जाएगी। तो ईंट की सोलिंग को उखाड़ने जरूरत क्या है। फिर बातचीत के दौरान ठेकेदार ने बताया कि जो सिस्टम होगा वही काम होगा।
रणजी : बिहार का दूसरी पारी में संघर्ष, जीत के लिए चाहिए 78 रन