जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के यादवों और मुसलमानों का काम नहीं करने वाले बयान के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा कि वे यादवों और मुसलमानों का काम नहीं करेंगे। गिरिराज ने खासकर मुसलमानों को निशाने पर लिया। उन्हें संकीर्ण तक कहा। कहा कि केंद्र सरकार लाभ लेते हैं, पर वोट नहीं देते। देवेश चंद्र तथा केंद्रीय मंत्री गिरिराज का बयान भारत के संविधान का खुलेआम मजाक बनाना है। चुनाव में प्रत्याशी बनने से लेकर जीतने के बाद सदस्यता के लिए संविधान की शपथ लेनी पड़ती है कि वे किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं करेंगे, जिसका दोनों सांसदों ने खुलेआम विरोध कर दिया है।
गिरिराज सिंह ने देवेश चंद्र के बयान का समर्थन करते हुए मदरसों को भी निशाना बनाया कि वहां देशविरोधी शिक्षा दी जाती है। कहा कि मदरसों से जहर बोया जा रहा है। गिरिराज सिंह का बयान लोकतंत्र का विरोधी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लाखों लोगों ने वोट नहीं दिया। पूरे देश में भाजपा को इस बार भी 38 प्रतिशत से कम ही वोट मिले हैं। शेष 62 प्रतिशत लोगों ने गैर भाजपा दलों को वोट दिया है। गिरिराज सिंह के तर्क पर भाजपा सिर्फ 38 प्रतिशत लोगों का ही काम करेगी।
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गिरिराज सिंह के बयान का अनेक लोगों ने विरोध किया है। उनके बयान को देश विरोधी तथा देश को भीतर से कमजोर करने वाला, बांटने वाला बयान करार दिया है। अनेक लोगों ने जदयू और भाजपा नेतृत्व से अपने सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि दोनों दलों के नेता अपने सांसदों के बयान पर चुप्पी साधे हुए हैं। कई लोगों ने कहा कि खुद प्रधानमंत्री मुसलमानों को घुसपैठिया कह चुके हैं, तो उनसे क्या उम्मीद की जाए। वहीं नीतीश कुमार ने पूरी तरह से प्रधानमंत्री के आगे समर्पण कर दिया है, इसलिए वे भी चुप हैं।