गोदी पत्रकारिता बेनकाब, छा गई दुनिया में रूसी पत्रकार
रूसी सरकारी चैनल के शो में एक पत्रकार ‘युद्ध नहीं’ का पोस्टर लेकर कूद गई। उसे 15 साल तक की जेल हो सकती है। सत्य के लिए उसके साहस को दुनिया कर रही सलाम।
रूस का यूक्रेन पर हमला जारी है। 30 लाख लोगों को अपना घर-रोजगार सबकुछ छोड़कर दूसरे देश में शरण लेनी पड़ी है। यह आदमी के लिए कितना अपमानजनक, कितना कठिन होता है, वे ही समझ सकते हैं। रूसी टीवी चैनल दिन-रात पुतिन सरकार के गीत गा रहे हैं। ऐसे ही एक शो के दौरान एक दूसरी पत्रकार नो वार का पोस्टर लेकर लाइव शो में अचानक पीछे आकर खड़ी हो गई। पोस्टर में लिखा था-इस खबर पर भरोसा मत करें। यह झूठ है। उस पत्रकार को सरकार के विरुद्ध पोस्टर लहराने के कारण 15 साल की जेल हो सकती है। नौकरी तो जाएगी ही। इसके बाद दुनिया भर में उस पत्रकार के साहस को लोग सलाम कर रहे हैं। आप भी वीडियो देखिए-
Wow! An employee of the First channel in #Russia Marina Ovsyannikova appeared with an anti-war message during live broadcasting. This is so brave pic.twitter.com/icq6iShPsP
— Hanna Liubakova (@HannaLiubakova) March 14, 2022
मारिना ओवसिआन्नीकोवा चैनल वन की एडिटर हैं। वे जब लाइव न्यूट पढ़ाजा रहा था, तभी जोर-जोर से युद्ध बंद करो कहते हुए एक पोस्टर के साथ पीछे खड़ी हो गईं। पोस्टर में लिखा था- इस खबरपर भरोसा मत करें। यह झूठ है। आईटीवी की खबर के मुताबिक इस महिला संपादक को सरकार के खिलाफ पोस्टर लहराने के कारण 15 साल तक की सजा हो सकती है। इस वीडियो के सामने आते ही दुनिया भर में यह वायरल हो गई। लोग महिला पत्रकार के साहस की दाद दे रहे हैं।
एफएनडब्ल्यू न्यूज के अनुसार संपादक को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह भी बताया गया है कि महिला संपादक ने नो वार पोस्टर लेकर शो के बीच जाने से पहले अपना एक वीडियो बनाया था और कहा था कि यूक्रेन में जो किया जा रहा है वह अपराध है। मालूम हो कि रूसी हमले के विरोध में यूपो के कई देशों में बड़े प्रदर्शन हुए हैं। रूस में भी पुतिन के खिलाफ छोटे प्रदर्शन हुए हैं। रूसी पत्रकार-संपादक ने जो साहस दिखाया, वह सत्य और मानवीयता का उदाहरण है। खुद को सत्यवादी कहने वाले बहुत हैं, पर सत्य पर चलना कठिन है।
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