गोल्ड मेडलिस्ट चोपड़ा ने ‘सांप्रदायिक खिलाड़ियों’ पर फेंका ‘भाला’
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के बयान को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देनेवालों को खुद चोपड़ा ने दिया सबक। जारी किया वीडियो। हो रही वाहवाही।
जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को कौन नहीं जानता। उनके एक बयान को सोशल मीडिया में हर बात को हिंदू-मुस्लिम रंग देने और दोनों संप्रदायों में घृणा फैलाने वालों ने माध्यम बना लिया। इस पर देश की शान चोपड़ा ने खुद आगे आकर अपना वीडियो पोस्ट किया और ऐसे ‘सांप्रदायिक खिलाड़ियों’ को धो डाला।
नीरज चोपड़ा ने अपने वीडियो में कहा-सबको धन्यवाद। आपने मेरे लिए दुआएं की। एक बात बताना चाहूंगा कि मेरे एक बयान को सोशल मीडिया में बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है। जैवलिन थ्रो का रूल है कि कोई भी थ्रोअर किसी के भी जैवलिन से प्रैक्टिस कर सकता है। मेरा जैवलिन पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नदीम के पास था। जब मुझे थ्रो करना था, तो मैंने उससे मांगा। बस इसी बयान को मुद्दा बनाया जा रहा है। जबकि यह सिंपल बात है। इसमें कोई गलती नहीं है। वह मेरे जैवलिन से प्रैक्टिस कर रहा था और जब मुझे जरूरत हुई, तो मैंने मांगा।
मेरी अपील है कि मेरा नाम लेकर अपने स्वार्थ में मेरे बयान को दुष्प्रचार का हथकंडा न बनाएं। हम सभी खिलाड़ी हैं। खेल हमें मिलकर साथ रहना सिखाता है। कोई ऐसी बात न कहें, जिससे मुझे या किसी को ठेस लगे।
नीरज चोपड़ा के इस वीडियो जारी करते ही सोशल मीडिया पर उनकी खूब वाहवाही हो रही है। हालांकि सांप्रदायिक रंग देनेवाले बाज नहीं आ रहे। वे कह रहे हैं कि पाकिस्तानी खिलाड़ी चोपड़ा के जैवलिन को छिपा देना चाहता था।
इतिहासकार एस. इरफान हबीब ने कहा- चैंपियन, आपने बिल्कुल सही कहा। यही खेल भावना होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर नीरज की भावना की जमकर सराहना हो रही है। द लल्लन टॉप की पत्रकार स्वाति मिश्रा ने सांप्रदायिक तत्वों पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया- नफरती लोग चोपड़ा से कुछ सीख लेंगे, ऐसी उम्मीद नहीं। यही गनीमत होगी कि वो नीरज चोपड़ा को पाकिस्तान न भेजने लगें।
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