गुजरात मॉडल : किसान नेता को प्रेस वार्ता से घसीट ले गई पुलिस

किसान मोर्चा के नेता देशभर में घूम-घूम कर प्रेस वार्ता व सभा कर रहे हैं। आज अहमदाबाद में गुजरात पुलिस प्रेस वार्ता से जबरन खींचकर किसान नेता को ले गई।

आज पहली बार किसी किसान नेता को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच से पत्रकारों की उपस्थिति में पुलिस जबरन खींच कर ले गई। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और भारतीय किसान यूनियन के महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह आज अहमदाबाद में प्रेस वार्ता कर रहे थे। इसी बीच पुलिस आई और उन्हें प्रेस वार्ता करने से रोक दिया। उन्हें खींच कर अपने साथ ले गई।

किसान नेता को इस प्रकार प्रेस वार्ता के बीच से खींच कर ले जाने पर किसान नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय किसान यूनियन ने इसे गुजरात मॉडल की संज्ञा दी है और कहा कि देश में कहीं ऐसा नहीं हुआ। किसान नेता राकेश टिकैत ने तुरत वीडियो जारी करके किसान नेता की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की।

राकेश टिकैत ने कहा कि हम गिरफ्तारी से डरनेवाले नहीं हैं। हमारी पहली प्रेस वार्ता अहमदाबाद में थी। वहां प्रेस के सामने किसान नेता को गिरफ्तार किया गया। हम जल्द ही गुजरात जाएंगे। चार-पांच तारीख को हमारी मीटिंग है। गुजरात के किसान को भी एमएसपी चाहिए।

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बघेला ने कहा कि गुजरात में किसान मोर्चा के नेताओं के सिर्फ प्रेस वार्ता से बौखला उठी भाजपा ने दिल्ली से अपनी रिमोट कंट्रोलवाली गुजरात सरकार को आदेश देकर प्रेस वार्ता रुकवा दी और युद्धवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने ट्विट किया कि गुजरात भाजपा का गुलाम नहीं है। किसानों की आवाज दबेगी नहीं।

चौधरी युद्धवीर सिंह की गिरफ्तारी के बाद तुरत ही सोशल मीडिया पर युद्धवीर सिंह को रिहा करो ट्रेंड करने लगा। भारतीय किसान यूनियन के अनेक नेताओं ने ट्विट करके कहा कि उन्हें जल्द रिहा नहीं किया गया, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।

By Editor