कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को प्रशासन ने श्रीनगर हवाई अड्डे रोक दिया, जिसके कारण उन्हें शाम को दिल्ली लौटना पड़ा।
जम्मू कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के साथ जैसे ही श्री आजाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरे तो उन्हें शहर में जाने से रोक दिया गया और उन्हें वापस लौटने के लिए कहा गया। श्रीनगर में उनका प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक का कार्यक्रम था। बाद में वह हवाई अड्उे से ही दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
श्री आजाद ने दिल्ली पहुंचने के बाद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि हमको सुबह साढे 11 बजे से शाम साढे चार बजे तक श्रीनगर हवाई अड्डे पर रोके रखा गया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आपको बाहर नहीं जाने देने का हुक्म है। वे उसी विमान से हमें वापस भेजना चाहते थे लेकिन हमने साढे चार बजे तक प्रयास किया। उसके बाद हम दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने काला कानून बनाया है और जम्मू कश्मीर को एक राज्य के रूप में भारत के नक्शे उड़ा दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने देश को बर्बाद कर दिया है और कश्मीर को खत्म कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को प्रत्येक कश्मीरी से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने विमान से देखा कि 80 किलोमीटर राजमार्ग पर कोई वाहन नहीं चल रहा था, ऐसा पहली बार हुआ है। वर्ष 1965, 1971 तथा 1999 के युद्ध के दौरान भी उस मार्ग पर हजारों गाडियां चलती थी। घाटी में कोई व्यक्ति अपने घर से नहीं निकल सकता और न आस पास के किसी घर में जा सकता है। राज्रू के 22 जिलों में कफ्र्यू लगा दिया गया है। ऐ कैसी हुकूमत है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के श्रीनगर में सड़क किनारे कुछ नागरिकों के साथ भोजन करने वाले वीडियो पर उनकी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर श्री आजाद ने कहा कि तीन चार लोगों को दबाव या लालच देकर लाना और उनके खाना खाने से क्या होता है। उन्होंने खाना मुफ्त में थोडी खाया होगा पैसा देकर ही खाना लाया गया होगा।
श्री आजाद ने वीडियो पर टिप्पणी की थी कि ‘पैसा देकर आप किसी को भी अपने साथ ले सकते हो।’ उनकी इस टिप्पणी की भाजपा ने कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा कुछ भी कह सकती है।