हार का खौफ, ओमिक्रोन बहाना, टल सकता है यूपी चुनाव!

इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज ने कहा कि ओमिक्रोन बढ़ रहा है। सरकार को यूपी चुनाव टाल देना चाहिए। इसके बाद यूपी में भारी असमंजस। सपा ने चेताया।

क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी विधानसभा चुनाव टाल देंगे? यह ऐसा सवाल है, जिस पर पूरे यूपी में चर्चा हो रही है। हुआ ये कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने एक व्यक्ति की जमानत याचिका पर सुनवाई करने के बाद फैसले में यह भी लिखा कि देश में कोरोना की नई लहर आ रही है। चुनाव से ज्यादा जरूरी लोगों की जान है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी चुनाव को कुछ महीनों के लिए टाल दें। ये जज पहले भी अपनी टिप्पणियों के लिए चर्चित रहे हैं। इन्होंने एक बार कहा था कि गाय दिन और रात ऑक्सीजन छोड़ती है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की अपील के बाद से यूपी में चुनाव टलने की चर्चा जोरों पर है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि अब तक जितने चुनाव सर्वे के नतीजे आए हैं, सभी में भाजपा की जमीन खिसकती दिखी है। अंतिम सर्वे में भाजपा और सपा के बीच लगभग बराबर की टक्कर बताई गई है। अंतर बहुत कम रह गया है। यह माना जा रहा है कि वास्तव में भाजपा बहुत पीछे जा चुकी है।

सर्वे के अलावा जो हर कोई देख सकता है, वह यह है कि अखिलेश यादव की सभा में लाखों लोग स्वतः आ रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री की सभाओं के लिए लोगों को बसों में ढोकर लाया जा रहा है। मनरेगा मजदूरों को लाया जा रहा है। उनकी रैलियों में इसीलिए जोश नहीं दिखता है, जबकि अखिलेश की सभाओं में भारी जोश दिखता है।

यूपी में एक चर्चा यह भी है कि प्रधानमंत्री मोदी और योगी के बीच खटास है और चुनाव टालकर योगी को किनारे किया जा सकता है। राष्ट्रपति शासन लगने पर सबकुछ केंद्र सरकार के मातहत होगा। प्रधानमंत्री के खास अधिकारी एके शर्मा को योगी ने कभी भाव नहीं दिया। राष्ट्रपति शासन लागू होने पर एके शर्मा जैसे अधिकारी को सामने करके मोदी अपने ढंग से चुनाव की तैयारी कर सकते हैं।

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