हाजीपुर में आपसी विवाद में तीन युवकों को गोली मार कर घायल कर देने की सूचना है। इस खबर को हिंदुस्तान अखबार के डिजिटल एडिशन (लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम) ने मास शूटिंग- रामनवमी जुलूस में जा रहे तीन दोस्तों को गोली मारी शीर्षक से प्रकाशित किया। शीर्षक से स्पष्ट है कि गोलीकांड को रामनवमी से जोड़ कर सनसनी फैलाने की कोशिश की गई। ऐसे शीर्षक से अफवाहों को बल मिलता है और यह पत्रकारिता के उसूलों के भी खिलाफ है।
संविधान बचाने मैदान में उतरे बीमार Lalu, बोले खतरे में आरक्षण
मालूम हो कि हाजीपुर नगर थाने के राज नारायण कॉलेज के पास हुई। घटना में घायल तीनों युवकों की पहचान हो गई है। इनके नाम हैं साहिल कुमार, छोटू कुमार तथा अभिषेक कुमार। तीनों इंडस्ट्रियल एरिया के बड़ी यूसुफपुर के रहने वाले हैं। घायल तीनों युवकों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों की स्थिति खतरे से बाहर है। इनका अपने दोस्तों के साथ विवाद था। इसी विवाद में इन्हें गोली मारी गई, लेकिन हिंदुस्तान अखबार ने इसे रामनवमी जुलूस से अनावश्यक जोड़ कर सनसनी फैलाने की कोशिश की। अखबार ने अपनी खबर के अंत में पुलिस का बयान दिया है। पुलिस ने घायलों से बात की और बताया कि उनके दोस्तों के साथ विवाद चल रहा था। उनके बयान के आधार पर पुलिस ने गोली मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। कायदे से पुलिस के इस बायन को खबर के पहले पैराग्राफ में होना चाहिए था।
खबर लिखे जाने तक बिहार में रामनवमी के जुसूल को लेकर कहीं से कोई हिंसा की खबर नहीं है और सभी जगह पुलिस मुस्तैद दिख रही है।