बिहार विधान परिषद में राष्ट्रीय जनता दलके सदस्यों ने सत्तारूढ़ दल के एक रसूखदार नेता के घोटाले से प्राप्त काले धन को सफेद किए जाने को लेकर आज भारी शोरगुल और हंगामा किया, जिसके कारण प्रश्नकाल लगभग सात मिनट तक बाधित रहा।
कार्यकारी सभापति हारून रशीद के आसन ग्रहण करते ही राजद के सुबोध कुमार ने कार्यस्थगन सूचना के माध्यम से इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य में सृजन, शौचालय, चावल और इंटर टॉपर घोटाले के साथ ही राज्य खाद्य निगम के अनाजों के परिवहन में घोटाले हुए हैं। इन घोटालों की सूची काफी लंबी है।
श्री कुमार ने कहा कि घोटालेबाजों को राज्य में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने से उनका मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। जनता कराह रही है और सरकार मौन बनी हुई। उन्होंने कहा कि राज्य के एक बड़े रसूखदार सत्तारूढ़ दल के नेता द्वारा पटना के लोदीपुर में चर्च की जमीन हड़प कर उस पर आलीशान मॉल का निर्माण कराया जा रहा है तथा घोटाले से प्राप्त काले धन को सफेद बनाया जा रहा है। इसमें इसाई एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदायों में भय व्याप्त है।
राजद सदस्य ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कालेधन को सफेद बनाने में माहिर हैं। चर्च की जमीन पर उपमुख्यमंत्री श्री मोदी का पुत्र आलीशान मॉल का निर्माण करवा रहे हैं और जब यह मामला उजागर हुआ तब वह कह रहे हैं कि वह उनका मॉल नहीं है। ऐसा बताकर वह अपने पुत्र को भी भुला रहे हैं।
श्री कुमार के इतना कहते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रजनीश कुमार समेत अन्य सदस्य जोर-जोर से बोलने लगे, जिसके कारण सदन कुछ देर के लिए हंगामे में डूब गया। इससे पूर्व कार्यकारी सभापति ने परिषद की कार्यसंचालन नियमावली का हवाला देकर श्री कुमार के कार्यस्थगन सूचना को अमान्य कर दिया था।
इससे पूर्व राजद विधानमंडल दल की नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नेतृत्व में राजद और कांग्रेस के सदस्यों ने परिषद के मुख्य प्रवेश द्वार के निकट ‘सुशील मोदी शर्म करो शर्म करो’, ‘सुशील मोदी को नारको टेस्ट कराना होगा कराना होगा’ और ‘सुशील मोदी की संपत्ति की जांच करानी होगी करानी होगी’ का नारा भी लगाया।