अब सारे लोग मान चुके हैं कि हरियाणा में भाजपा सरकार तो गई। वहां कांग्रेस की लहर चल रही है। इस बीच नूह के कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने बड़ी घोषणा की है। कहा कि कांग्रेस की सरकार बनेगी और गौ-रक्षा के नाम पर लिचिंग के खिलाफ हम कानून बनाएंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की है कि सरकार बनने के बाद नूह में हुई सांप्रदायिक हिंसा की न्यायिक जांच कराई जाएगी। मालूम हो कि पिछले साल यहां सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। सांप्रदायिक ताकतों ने पूरे हरियाणा में सांप्रदायिक तनाव फैलाने और वातावरण को विषाक्त करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा का समाज सांप्रदायिक सद्भाव को पसंद करता है। लोगों ने नफरत की राजनीति को खारिज कर दिया।
नूह से कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि पिछले साल नूह में जो सांप्रदायिक हिंसा हुई, उसके पीछे भाजपा का दुष्प्रचार था। गौरक्षा के नाम पर समाजविरोधी तत्व जमा हो गए। इन लोगों ने भय का वातावरण बनाया। उन्होंने कहा कि यहां का विधायक होने के नाते उन्होंने प्रशासन के सामने पूरा मामला रखा और कार्रवाई की मांग की, लेकिन प्रशासन ने गौरक्षा के नाम पर सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और सबकुछ होने दिया।
——
फिर पुल बहा, तेजस्वी बोले ये कमीशनवाली सरकार
मालूम हो कि आफताह अहमद हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा की हवा खराब है और कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने का मन लोगों ने बना लिया है। इससे नूह के लोगों को उम्मीद है कि नई सरकार हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और जो जनता के मुद्दे हैं रोजगार, किसानों को एमएसपी जैसे मुद्दों पर काम करेगी। कल ही राहुल गांधी हरियाणा में थे। उनकी सभा में प्रधानमंत्री मोदी की सभा से ज्यादा लोग थे। कांग्रेस में उत्साह देखा जा रहा है।
बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं रहा बिहार, तेजस्वी ने गिना दीं रेप की 20 घटनाएं