बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने देश छोड़ दिया है। खबरों के मुताबिक उन्होंने भारत में राजनीतिक शरण ली है। वहीं कई खबरों में सिर्फ इतना कहा गया है कि उन्होंने देश छोड़ दिया है, किस देश में शरण ली है, इसकी पुष्टि नहीं की गई है। बीबीसी की खबर के मुताबिक शेख हसीना ने भारत के त्रिपुरा में शरण ली है। उन्होंने अपनी बहन के साथ हेलिकाप्टर पर सवार होकर देश छोड़ा। उनके देश छोड़ते ही प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में घुस गए हैं। इधर शोशल मीडिया में ऐसी तस्वीरें लगातार आ रही है, जिसमें हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास के कमरों में घुसे दिख रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास में भारी तोड़फोड़ की है। इस बीच देश की कमान सेना ने संभाल ली है।
————
बिहार चुनाव पर नजर, देश भर के बुद्धिजीवियों का पटना में जुटान
मालूम हो कि पिछले कई दिनों से बांग्लादेश की आजादी में हिस्सा लेने वाले सेनानियों के परिजनों को आरक्षण दिए जाने के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। उन्हें नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है। आरक्षण के विरोध में शुरू हुए आंदोलन को रोकने के लिए कई बार कर्फ्यू लगाया गया। अब तक पुलिस तथा प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। अब तक 300 से ज्यादा आंदोलनकारी पुलिस की गोली से मारे गए हैं। शेख हसीना ने आंदोलन शुरू करते ही विरोधी दलों के हजारों नेताओं को जेल में बंद कर दिया। हजारों छात्रों को भी जेल में बंद कर दिया। कुल मिला कर 11 हजार से ज्यादा सरकार विरोधी आंदोलनकारियों को जेल में बंद किया गया। जेल पूरी तरह भर गए, लेकिन इसके बाद भी आंदोलन थमा नहीं, बल्कि उग्र होता गया। अब सेना ने सत्ता संभाल ली है, लेकिन कानून-व्यवस्था पर अब तक सेना का नियंत्रण नहीं है। पुलिस थानों के भीतर खुद ही कैद हो गई है। सड़ों पर प्रदर्शनकारियों का राज है।