कन्हैया को मिला हेमंत सोरेन का न्योता इतनी चर्चा क्यों बटोर रहा है
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में जिन लोगों को निमन्त्रण भेजा गया है उसमेँ एक नाम सीपीआई के युवा नेता और JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी है।
कन्हैया को मिले हेमंत सोरेन का न्योता खास इसलिए माना जा रहा है क्योंकि आम तौर पर जिन नेताओं को बुलावा भेजा गया है वे आम तौर पर मंत्री हैं या रह चुके हैं. लेकिन कन्हैया ने आज तक किसी सदन का मुंह भी नहीं देखा है. लेकिन उनकी पिछले कुछ वर्षों में बढ़ती लोकप्रियता और भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देने की उनकी अदा के कारण उन्हें दावत मिली है, ऐसा माना जा रहा है.
इसके अलावे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा कई बड़े हस्ती शामिल होंगे।
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद सरकार गठन की तैयारी शुरू हो गई है। 29 दिसंबर को हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने वाले हैं। शपथ ग्रहण समारोह में 6 मुख्यमंत्री और 5 पूर्व मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
6 राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे शामिल
शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी के अलावा पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल होंगी। इनके अलावा कांग्रेस से ही पी चिदंबरम, अहमद पटेल, आरपीएन सिंह और केसी वेणुगोपाल भी शामिल होंगे। साथ ही कांग्रेस शासित 3 राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) के अलावा कुल 6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी समारोह में शामिल हो रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शपथ ग्रहण में शामिल हो रहे हैं। वहीं राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।