सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ धार्मिक घृणा के सौदागरों ने जबरदस्त अभियान छेड़ रखा है. वे ट्विटर व फेसबुक पर उनकी रेटिंग गिराने में जुटे हैं. दर असल सुषमा ने उस पासपोर्ट आफिसर का ट्रांस्फर कर दिया था जिसने हिंदू महिला से शादी करने वाले मुस्लिम को पासपोर्ट जारी करने से इनकार कर दिया था.
सुषमा स्वराज के इस फैसले के बाद तन्वी सेठ और उनके पति अनस सिद्दीकी ने प्रेस कांफ्रेंस बुला कर उनका आभार व्यक्त किया था. तन्वी सेठ ने मीडिया से बताया था कि पासपोर्ट कर्मी ने वेरिफिकेशन के दौरान कहा था कि अनस सिद्दीकी को पासपोर्ट तब दिया जायेगा जब वह अपना नाम और धर्म बदल लें. तन्वी ने यह भी कहा था कि पासपोर्ट कर्मी ने उन्हें अपमानित भी किया था.
इसके बाद तन्वी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विट कर के मदद की गुहार लगाई थी. इस गंभीर मामले पर सुषमा ने तुरत कार्रवाई कि और पासपोर्ट कर्मी विकास मिश्रा का तबादला कर दिया. सुषमा स्वाराज की इस कार्रवाई की मीडिया में काफी तारीफ हुई थी क्योंकि उन्होंने देश के नागरिक की धार्मिक स्वतंत्रता को सम्मान दिया था.
उधर तन्वी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से ट्वीटर पर इसकी शिकायत की थी कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा है. विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद बृहस्पतिवार को क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने घंटे भर में तन्वी का पासपोर्ट बनवाकर दे दिया था.
हालांकि सुषमा के इस काम की प्रशंसा चारों ओर होनी चाहिए लेकिन धार्मिक कटरता और धार्मिक घृणा के सौदागरों ने उनका विरोध शुरू कर दिया. इसके लिए संगठित तौर पर यह कोशिश की जा रही है कि सुषमा स्वराज की रेटिंग ट्विटर और फेसबुक पर गिराई जा रही है.
संगठित अभियान चलाने के बाद फेसबुक पर विदेशमंत्री के पेज की रेटिंग घटकर 1.4 स्टार हो गई है तो वहीं ट्विटर पर पर उनकी रेटिंग 3.8 दर्ज की गई है.