आतंकी गतिविधियों पर एक खास समुदाय को जोड़ कर होहल्ला मचाने वाले ज्यादातर मीडिया और कुछ राजनीतिक दलों में रमेश शाह की गिरफ्तारी पर बेशर्म चुप्पी पसरी हुई है जबकि एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
बिहार के गोपालगंज के हजियापुर के निवासी रमेश शाह को पुणे से युपी एटीएस की टीम ने गिऱफ्तार किया. इस गिरफ्तारी में महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने भी मदद की.. उसे गुरुवार को तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर दे दिया गया है.
यूपी एटीएस उसे लखनऊ ले आयी है. रमेश शाह गोरखपुर में रह कर उत्तर बिहार व उत्तर प्रदेश के इलाकों में लश्करे तैयबा के लिए फंड जुटाने की जिम्मेदारी निभाता था.
एटीएस सूत्रों का दावा है कि रमेश बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से वह गोरखपुर में रह कर टेरर फंडिंग के लिए काम करता था. रमेश ने गोरखपुर में ही सत्यम मार्ट बना रखा है. एटीएस की उस पर काफी दिनों से नजर थी. एटीएस सूत्रों का मानना है कि रिमांड के दौरान उससे बहुत ही संवेदनशील जानकारियां मिल सकती हैं.