हिंदुस्तान टाइम्स के एडिटर इनचीफ बॉबी घोष का अखबार से इस्तीफा दिये यू तो 15 दिन हो गये पर अब यह खुलासा हुआ है कि मालिकन शोभना भरतीया ने उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी के दबाव में हटा दिया है.
द वायर वेबसाइट ने दावा किया है कि बॉबी ने खुद इस्तीफा नहीं दिया, जैसा कि शोभना भरतीय ने कहा था. बल्कि बॉबी को तब अखबार से हटाने का फैसला लिया गया जब भरतीया पीएम नरेंद्र मोदी से मिलीं. भरतीय पीएम को अखबार के एक कार्यक्रम के सिलसिले में आमंत्रित करने गयीं थीं.
शोभना भरतीया ने अपने इम्पलाईज को लिखे मेल में कहा था कि बॉबी न्यूयार्क लौटना चाहते हैं इस लिए उन्होंने अखबार से इस्तीफा दे दिया है. इस संबंध में बॉबी ने कोई टिप्पणी नहीं की है.
गौरतलब है कि टाइम्स जैसे विख्यात मीडिया समुह के एडिटर रहे बाबी ने महज 14 महीने पहले हिंदुस्तान टाइम्स के एडिटर के रूप में पद ग्रहण किया था. बॉबी घोष के साप्ताहिक कॉलम हिंदुस्तान हिंदी में भी छपते थे. माना जाता है कि बाबी को इसलिए कुर्सी गंवानी पड़ी क्योंकि वह नरेंद्र मोदी की पालिसियों के आलेचक रहे हैं.
द वॉयर ने लिखा है कि मोदी सरकार के अनेक मंत्रियों ने बाबी की लेखनी की शिकायत शोभना से की थी और यहां तक धमकी दी थी कि वह इस बात को पीएम तक पहुंचायेंगे. गौरतलब है कि बाबी ने मोब लिंचिंग के खिलाफ अनेक सीरीज में खबरें प्रकाशित की थीं. महज चौदह महीने के कार्यकाल में बाबी ने हिंदुस्तान टाइम्स को काफी मजबूत कर दिया था.