हिंदुत्व की चपेट में लड़कियां, भगवा ड्रेस की मांग पर धरना
पहली बार एक कॉलेज की लड़कियों ने इस बात के लिए धरना दिया कि उनका ड्रेस भगवा किया जाए। कॉलेज में हड़कंप। प्रबंधन ने पैरेंट्स की मीटिंग बुलाई।
कुछ दिन पहले उत्तराखंड के एक स्कूल के बच्चों ने दलित महिला रसोइए के हाथ से बना मिड डे मील खाने से इनकार कर दिया था। पहली जनवरी को मुस्लिम महिलाओं की बोली लगने, उन्हें अपमानित करने के गिरोह में एक लड़की भी है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। हरिद्वार के धर्म संसद में दूसरे धर्म के लोगों का कत्लेआम करने के लिए उकसानेवाले लोगों में एक भगवाधारी महिला भी थी। अब कर्नाटक के एक कॉलेज से खबर आ रही है कि स्कूल ड्रेस भगवा करने की मांग पर लड़कियों ने परिसर में धरना दिया।
चर्च पर हमलों को लेकर पिछले दिनों कर्नाटक सुर्खियों में रहा। अब वहीं से खबर आ रही है कि कॉलेज की लड़कियों ने स्कूल ड्रेस भगवा करने की मांग पर धरना दिया। मामला कर्नाटक के चिगमगलूर जिले का है। लड़कियों का कहना है कि मुस्लिम लड़कियों को स्कार्फ रखने की छूट है, इसलिए वे अपने लिए भगवा रंग चाहती हैं।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार जिले के कोप्पा सरकारी कॉलेज की लड़कियों ने भगवा शॉल (ओढ़नी) की मांग पर धरना दिया। धरना दे रही लड़कियों की मांग सुनकर स्कूल में हंगामा हो गया। प्रिंसिपल ने 10 जनवरी को पैरेंट्स की मीटिंग बुलाई है। कॉलेज ने पहले से बने ड्रेस कोड को सस्पेंड कर दिया है। नए ड्रेस पर मीटिंग में विचार होगा। कॉलेज में कुल 850 स्टूडेंट्स हैं। छात्राओं का कहना है कि चूंकि मुस्लिम छात्राओं को चेहरा ढंकने के लिए स्कार्फ की इजाजत है, इसलिए उन्हें भगवा शॉल कंधे पर रखने की इजाजत मिले।
अब तक छात्र बेहतर पढ़ाई, नौकरी के लिए आंदोलन करते थे, अब पढ़ाई-नौकरी को भूल सांप्रदायिक एजेंडे पर धरना हो रहा।
मुस्लिम महिलाओं की बोली लगाने वाला विकास झा, बिहार शर्मिंदा