हिरासत में मौत मामले पर CBI के 7 अधिकारियों पर हत्या का केस
इसी साल मार्च में सीबीआई की हिरासत में ललन शेख की मौत मामले में बंगाल सीआईडी ने CBI के डीआईजी सहित सात अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
प. बंगाल की सीआईडी ने पहली बार सीबीआई के डीआईजी सहित सात बड़े अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इसी साल मार्च महीने में बीरभूम में हत्याकांड हुआ था, जिसके बाद सीबीआई ने ललन शेख को हिरासत में लिया था। तब कहा गया था कि शेख ने हिरासत में आत्महत्या कर ली।
ललन शेख की पत्नी रेशमा बीबी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति की हत्या की गई है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि शेख को गांव लाया गया था। कोलकाता से प्रकाशित द टेलिग्राफ के अनुसार शेख की पत्नी ने कहा कि गांव में भी सीबीआई अधिकारियों ने उनके पति को पीटा था।
सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 323 (चोट पहुंचाना), 325 (गंभीर रूप से घायल करना), 120 बी( आपराधिक षडयंत्र करना), 509 (महिला की छवि बिगाड़ना) सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
“The West Bengal CID has been ordered to probe into the death of #Bogtui violence-accused #LalanSheikh in CBI custody in Birbhum district,” an official said. https://t.co/IYHwzRtXZL
— The Hindu (@the_hindu) December 14, 2022
मालूम हो कि प. बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई में मार्च, 2022 को तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी थी। कई घरों में आग लगा दी गई थी। घटना में 10 लोगों के मारे जाने की खबर भी आई थी।
रेशमा बीबी ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि सीबीआई अधिकारियों ने जांच के सिलसिले में जब उनके पति ललन शेख को बोगतुई गाव लाया था, तब अधिकारियों ने मेरे पति की हत्या करने की धमकी दी थी। रेशमा ने यह भी शिकायत की है कि सीबीआई अधिकारियों ने खुद उसे भी पीटा था।
टेलिग्राफ के अनुसार सीबीआई अधिकारियों ने आरोप को निराधार बताया है और कहा है कि वे कानूनी तरीके से जवाब देंगे।
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