हो गया खेला : राहुल को सजा, पर घाटा भाजपा का, जानिए कैसे
मोदी सरनेम वाले मामले में गुजरात की अदालत ने राहुल गांधी को अधिकतम सजा दी है। दो साल कारावास। राहुल को नहीं, भाजपा को हुआ भारी राजनीतिक नुकसान।
कुमार अनिल
राजनीति भी अजब खेल है। भाजपा को उम्मीद थी कि राहुल गांधी को सजा मिलने से वह फिर से राहुल को पप्पू साबित कर देगी। उनका राजनीतिक कैरियर खत्म कर देगी, लेकिन हुआ उल्टा। भाजपा को ही भारी नुकसान हुआ और राहुल गांधी के पक्ष में सहानुभूति उमड़ पड़ी है। कांग्रेस और राहुल से दूर रहने वाले मुख्यमंत्री समेच कई मुख्यमंत्री, कई दल राहुल के पक्ष में उतरे। राहुल को सजा सुनाए जाने के बाद एक बार फिर विपक्ष गोलबंद हो गया, बल्कि यह गोलबंदी पहले से ज्यादा बड़ी दिख रही है।
विपक्षी एकता से एक हद तक दूरी बना कर और विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ खड़े होने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद कहा- ग़ैर बीजेपी नेताओं और पार्टियों पर मुक़दमे करके उन्हें ख़त्म करने की साज़िश हो रही है हमारे कांग्रेस से मतभेद हैं मगर राहुल गांधी जी को इस तरह मानहानि मुक़दमे में फ़साना ठीक नहीं। जनता और विपक्ष का काम है सवाल पूछना। हम अदालत का सम्मान करते हैं पर इस निर्णय से असहमत हैं।
इसी तरह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा-न्यायिक व्यवस्था पर पूरा विश्वास रखते हुए भी मानहानि मामले में श्री @RahulGandhi जी को सजा के निर्णय से असहमत हूँ। गैर-भाजपा सरकारों और नेताओं को षडयंत्र का शिकार बनाया जा रहा है। यह देश के लोकतंत्र और राजनीति के लिए चिंता का विषय है। मगर जनतंत्र के आगे धनतंत्र की कोई बिसात नहीं।
मालूम हो कि 2019 में राहुल गांधी ने एक भाषण में नीरव मोदी समेत बैकों का पैसा लेकर विदेश भागे अपराधियों का जिक्र करते हुए कहा था कि सबके नाम के साथ मोदी सरनेम ही क्यों जुड़ा है। इसके बाद गुजरात भाजपा के एक विधायक ने मानहानि का मुकदमा दर्ज किया कि ऐसा कहना सारे मोदी नाम वालों को अपमानित करना है। गुरुवार को गुजरात की अदालत में राहुल ने माफी मांगने से इनकार कर दिया। भाजपा विधायक ने अधिकमत सजा देने की मांग की और कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई। मानहानि मुकदमे में अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान है। कोर्ट ने राहुल को जमानत दे दी है।
सोशल मीडिया पर #RahulGandhi लगातार पहले नंबर पर ट्रेंड कर रहा है। लोगों की सहानुभूति राहुल गांधी के साथ दिख रही है। खुद राहुल गांधी ने महात्मा गांधी का कथन उद्धृत किया-मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन। बाद में उन्होंने यह भी कहा-भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को शहीद दिवस पर सादर नमन! सच और हिम्मत का दामन थाम, देश के लिए बेख़ौफ़ लड़ते जाना, भारत मां के इन्हीं वीर सपूतों से सीखा है। इंक़लाब ज़िन्दाबाद।
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