Holi की बधाइयों शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसी बीच रविवार को कांग्रेस ने #BuraMano अभियान प्ररंभ किया है। ऐसा देखा गया है कि होली में बुरा न मानो होली है कह कर कुछ लोग बेदूदी हरकतें करते हैं, जो किसी भी सभ्य आदमी को शर्मिंदा करती हैं। सोशल मीडिया में उत्तर प्रदेश में कुछ बेहूदा लड़के मुस्लिम महिलाओं पर जबरन रंग डाल रहे हैं, जिसका वीडियो वायरल है।
धामपुर, बिजनौर, यूपी
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) March 23, 2024
क्या यह छेड़खानी नही कहलाएगा??
क्या महिलाओ को रोक कर, धार्मिक नारे लगाकर, ज़बरदस्ती रंग डालना जुर्म नही है??
रमज़ान चल रहा है, लोग खरीदारी करने के लिए बाहर निकलते है!
पर यह लोग त्योहार के नाम पर हुड़दंग मचाएंगे??
pic.twitter.com/EEN6V7xbER
इधर कांग्रेस ने सोशल मीडिया में Holi की धूम के बीच #BuraMano अभियान शुरू किया है। उसने कई पोस्टर सोशल मीडिया में जारी किए हैं। एक पोस्टर में जलते हुए मणिपुर को दिखा गया है और उपर मोटे अक्षरों में लिखा है #BuraMano, मणिपुर आज भी जल रहा है। इसी तरह कांग्रेस के एक अन्य पोस्टर में बदहाल किसान की तस्वीर है। किसान की तस्वीर के ऊपर मोटे अक्षरों में लिखा है #BuraMano किसान आज भी बेहाल है। एक अन्य पोस्टर में बेराजगार युवा परेशान दिख रहे हैं। पोस्टर में लिखा है #BuraMano बेरोजगारी बहुत ज्यादा है। देश में 44 प्रतिशत बेरोजगारी दर है।
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कांग्रेस ने बुरा मानो अभियान चला कर Holi में भी देश की स्थिति याद दिलाने की कोशिश की है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कांग्रेस पार्टी “हिस्सेदारी न्याय” क्यों लाई है? कहा कि भारत के 1% सबसे अमीर लोग राष्ट्रीय आय का 22.6% का लुत्फ़ उठाते हैं, जो ब्रिटिश राज से भी ज़्यादा है, बल्कि 50% सबसे ग़रीब को राष्ट्रीय आय का केवल 15% ही पहुँचता है। ये मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में ही हुआ है। 2014 और 2022 के बीच अरबपतियों की नेट संपत्ति 280% से अधिक बढ़ी है, जो इसी अवधि में राष्ट्रीय आय की वृद्धि दर से 10 गुना है। दूसरी ओर, भारत में लगभग 34% परिवार प्रस्तावित राष्ट्रीय स्तर के न्यूनतम वेतन ₹375 प्रति दिन से कम कमाते हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी, “हिस्सेदारी न्याय” के अंतर्गत एक व्यापक सामाजिक, आर्थिक और जाति जनगणना की गारंटी देती है। इसके माध्यम से सभी जातियों और समुदायों की आबादी, सामाजिक- आर्थिक दशा, राष्ट्रीय संपदा में उनकी हिस्सेदारी और शासन-प्रशासन से जुड़े संस्थानों में उनके प्रतिनिधित्व का सर्वे किया जाएगा। इस AFFIRMATIVE ACTION POLICY से देश में क्रांतिकारी बदलाव होगा। हाथ बदलेगा हालात।