क्या आप हरियाणा के आईएएस अफसर प्रदीप कसनी को जानते हैं? वही प्रदीप कसानी जिन्हें हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने दो साल में 12 बार ट्रांस्फर कर दिया है. इस तरह 32 साल के सेवाकाल में कसानी 69वीं बार ट्रांस्फर का दंश झेल चुके हैं.
हालांकि नियमानुसार एक आईएएस को एक पद पर कम से कम दो साल तक ट्रांस्फर नहीं किया जा सकता, लेकिन हरियाणा की भाजपा सरकार ने तो उन्हें एक महीना में तीन बार तबादला करके एक रिकार्ड ही बना डाला.
कसानी को अभी अनुसूचित जाति-पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के डीजी व सचिव थे. 1997 बैच के आईएएस अफसर कसानी एक नहीं झुकने वाले नौकरशाह के रूप में चर्चित हैं. यही कारण है कि वर्तमान खट्टर सरकार के अलावा इससे पहले भूपिंदर सिंह हुड़्डा सरकार से भी उनकी नहीं पटी. हुड्डा सरकार के उस आदेश को कसानी ने मानने से इनकार कर दिया था जिसमें उनसे कहा गया था कि वह पांच अफसरों का तबादला कर दें.
कासनी ने बताया कि लगातार होने वाले तबादलों से वह दुखी हैं। उन्होंने आगे कहा कि एक महीने पहले ही उन्हें अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का डीजी और सचिव बनाया गया था। इस पद पर रहने कासनी के कार्यकाल के दौरान विभाग के कर्मचारी उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे