बिहार में आईएएस प्रमोशन घोटाले का लाभ चंचल कुमार समेत तीन अफसरों को मिलने की बात तो सार्वजनिक है पर कम लोग जानते हैं कि अन्य दो आईएएस अफसर- दीपक कुमार सिंह व हरजोत कौर पति-पत्नी हैं.
पिछले जून माह में राज्य सरकार ने 1992 बैच के तीन अफसरों को सचिव पद से प्रोमोशन देते हुए प्रधान सचिव बना दिया था. लेकिन इस दौरान एक अन्य आईएएस अफसर सीके अनिल को इस प्रमोशन से वंचित रखा गया था. अनिल प्रोमोशन प्राप्त तीनों अफसरों से सीनियर हैं और 1991 बैच के हैं. अनिल ने इसकी शिकायत केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को की थी.
उन्होंने कार्मिक मंत्रालय को इस नियम का हवाला दिया कि प्रधानसचिव पद पर प्रोमोशन के लिए आईएएएस सेवा रूल के तहत कम से कम 25 वर्षों का अनुभव जरूरी है. इन तीनों अफसरों की सेवा अभी 25 वर्ष की नहीं हुई है.
इसके बाद कार्मिक मंत्रालय ने बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग को कड़ा पत्र लिखते हुए आदेश दिया कि वह तीनों प्रोमोशन प्राप्त अफसरों- चंचल कुमार, दीपक कुमार सिंह और हरजोत कौर को उनके पुराने परद पर बहाल करे.
गौरतलब है कि चंचल कुमार मुख्मंत्री सचिवालय में सचि कार्यरत है इस कारण उन्हें एक प्रभावशाली नौकरशाह माना जाता है. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि अन्य दो अफसरान- दीपक कुमार सिंह और हरजोत कौर पति-पत्नी हैं.
दीपक और हरजोत कालेज के दिनों के साथी रहे हैं. दोनों की पहली मुलाकात जवाहर लाल नेहरू युनिवर्सिटी में हुई थी. दोनों ने पढ़ाई पूरी करने के बाद आईएएस की तैयारी साथ शुरू की. दोनों की मेहनत और किस्मत ने साथ दिया और दोनों ने आईएएस की परीक्षा में एक ही साथ 1992 बैच में सफलता प्राप्त की. इस सफलता के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया. हालांकि पहले इस शादी का विरोध दोनों के घर वालों की तरफ से, इस बिना पर हुआ कि दोनों अलग-लग जाति-धर्म से थे. लेकिन बाद में दोनों परिवारों ने इस शादी की इजाजत दे दी. दोनों फिलहाल बिहार में कार्यरत हैं.