कर्नाट सरकार ने अपने एक आईएएस अफसर को इसलिए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है क्योंकि उन्होंने तबलीगी जमात के लोगों द्वारा प्लाजमा डोनेट करने की तारीफ की थी.
उन्होंने अपने ट्विट में लिखा था कि 300 से ज्यादा तबलीगी हीरो अपना प्लाजाम डोनेट कर देश को बचाने का महान काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे लिखा है कि गोदी मीडिया इस महान काम को खबर नहीं बनायेगा. मोहम्मद मोहसिन ने यह ट्विट किया तो सरकार ने उनसे सोकावज पूछ लिया है. मोहम्मद महसिन पिछड़ा वर्ग महकमे में सचिव के पद पर कार्यरत हैं.
मोहम्मद मोहसिन कर्नाटक कैडर के आईएएस अफसर हैं और वह बिहार के रहने वाले हैं.
IAS Mohammad Mohsin के निलंबन पर CAT ने लगाई रोक, चुनाव आयोग का हुआ छीछालेदर
आपको याद दिला दें कि मोहम्मद मोहसिन वही आईएएस अफसर हैं जिन्हें चुनाव आयोग ने इसलिए सस्पेंड कर दिया था क्योंकि उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हेलिकॉप्टर को एक आब्जॉर्बर की हैसियत से जांच करने का आदेश दिया था.
मोहम्मद मोहसन ने टीएमएन से बात करते हुए स्वीकार किया है कि उन्हें शोकॉज नोटिस मिला है. मोहसिन ने कहा कि वह इस शोकॉज का नियमानुसार जवाब देंगे.
माना जा रहा है कि मोहम्मद मोहिसन को यह शोकॉज इसलिए जारी किया गया है कि उन्होंने जानबूझ कर गोदी मीडिया शब्द का इस्तेमाल किया है. गोदी मीडिया दर असल ऐसे मीडिया के बारे में प्रचलित शब्द है जो मोदी के पक्ष में माहौल बनाता है.
कर्नाटक सरकार ने आईएएस अफसर मोहम्मद मोहिसन को जवाब देने के लिए पांच दिन का समय दिया है. उनसे आलइंडिया सर्विस कंडक्ट रूल 1968 के तहत जवाब तलब किया गया है.
अगर मोहसिन पांच दिनों के अंदर संतोषप्रद जवाब देने में असफल रहते हैं तो उनके खिलाफ आल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल 1969 के अधीन कार्रवाई हो सकती है.
एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री बीएस योदुरप्पा मोहसिन से किसी तरह के सुलह के पक्ष में नहीं हैं.
कर्नाटक सरकार ने इस मामले में साफ कर दिया है कि समाज में किसी भी तरह से भाईचारे को नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास को कामयाब नहीं होने दिया जायेगा.