IAS टीना-अतहर प्रेम विवाह का अंत, क्या है राज?
IAS टीना-अतहर प्रेम विवाह का अंत, क्या है राज?
2015 जब टीना डाबी ( Tina Dabi) और अतहर खान ( Athar Ami Khan) ने यूपीएसी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में क्रमश: पहला और दूसरा स्थान प्राप्त किया था तो ऐसे लोग भी थे जो कल्पना कर रहे थे कि इनकी आपस में शादी हो जाये तो क्या ही अच्छा होता. उनकी यह कल्पना 2018 में सही साबित हो भी गयी. पूरे देश में इनके प्रेम विवाह की चर्चा हुई. हजारों लोगों ने इस शादी पर उन्हें बधाई दी और यहां तक कहा कि यह भारतीयता की मिलीजुली संस्कृति का अप्रतीम उदाहरण है.
यूपीएससी परीक्षा में डाबी बनी टॉपर तो अतहर आमिर बने सेकंड टॉपर
शादी के दो साल बाद अचानक यह खबर आयी है कि दोनों – टीना डाबी और अतहर खान ने आपसी सहमति से तलाक की अर्जी जयपुर फैमिली कोर्ट में दायर कर दी है.
टीना डाबी और अतहर आमिर हुसैन 2015 के सिविल सर्विसेज के फर्स्ट और सेकंड टॉपर थे. दोनों ने 2018 में काफी धूम धाम से शादी रचाई थी. उन्होंने 2018 में कश्मीर की खूबसूरत वादियों को अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए चुना था. लेकिन उनकी ये सुनहरी यादें लम्बी नहीं चल सकीं और महज दो साल में अपने अंतिम पड़ाव को पहुंच चुकी हैं.
यूपीएससी टापर टीना और अतहर को मिला आईएएस रैंक
टीनाडाबी और अतहर आमिर के संबंधों की खास बात यह है कि दोनों ने आपसी सहमति से अपने वैवाहिक जीवन को खत्म करने का फैसला लिया है.
आईएएस बनने के बाद अतहतर औऱ दाबी की मुलाकात दोस्ती में तब बदल गयी जब दोनों आईएएस अकादमी में ट्रेंनिंग कर रहे थे. इसी के बाद दोनों ने शआदी करने का फैसला लिया था.
अतहर कश्मीर के रहने वाले हैं. दोनों टापर्स ने राजस्थान कैडर चुना और दोनों की पोस्टिंग जयपुर में ही है. दोनों ने जयपुर के कोर्ट में ही अपने वैवाहिक जीवन को तोड़ने के लिए राजी हुए.
दोनों द्वारा फैमिली कोर्ट में तलाक फाइल करने की अर्जी की खबर वायरल हो रही है वहीं कल से टीना डाबी और अतहर खान ट्रेंड पर है.
आप को याद दिला दें कि जब दोनों शादी 2018 में हुई थी तो हिंदू महासभा ने इस शादी को भी लवजिहाद कहके इसका विरोध किया था. काबिले जिक्र है कि दोनों ने आपसी मश्विरे से तलाक की अर्जी ऐसे समय में दायर की है जब पूरे देश में लवजिहाद एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है. इसका अशर ट्विटर पर भी देखने को मिल रहा है. कुछ लोग इस शादी पर गंभीर टिप्पणी कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि हिंदू मां-बाप द्वारा अपनी बेटियों को असीमित आजादी देने का यह परिणाम है कि वह अपने संस्कार भूल कर दूसरे धर्म के लोगों से शादी कर लेते हैं. ट्विटर पर कई लोग ऐसे भी हैं जो इसे अतहर और डाबी का आपसी मामला करार दे रहे हैं जबकि कुछ लोग इसे धर्म के आइन में देखने की कोशिश कर रहे हैं.
टीना और अतहर ने फैमिली कोर्ट में एक बात स्पष्ट कहा है कि उनके विचार नहीं मिलते और इसी लिए वे अलग होना चाहते हैं. जयपुर फैमिली कोर्ट ने इस मामले को पांच महीने के बाद की तारीख तय की है. इस बीच मीडिया की खबरों में बताया गया है कि टीना डाबी ने अपने नाम से खान सरनेम हटा दिया है. अतहर और टीना डाबी ने सोशल मीडिया पर एक दूसरे को अनफालो भी कर दिया है.
जब यह शादी हुई थी तो जहां एक तरफ कट्टरपंथी संगठनों ने इसकी आलोचना की थी वहीं दूसरी तरफ अनेक नामचीन हस्तियों ने इसे भारत की मिलीजुली संस्कृति के लिए एक अप्रतीम उदाहण माना था. इनकी शादी की प्रशंसा करने वालों में वरखा दत और शशि थुरूर जैसे लोग भी शामिल थे.