बिहार के रहने वाले आईसीएएस अफसर जितेंद्र झा की रहस्मय मौत की गुत्थी सुलझ गयी है. उनकी लाश दिल्ली के द्वारिका के रेलवे लाइन पर मिली थी.
पुलिस ने जब लाश उनकी पत्नी को दिखाया तो उन्होंने पहचनानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद पुलिस पशोपेश में पड़ गयी थी.
पत्नी भावना झा ने अपहरण की आशंका जतायी थी. उनका कहना पत्नी भावना झा ने अपहरण की आशंका जतायी था कि वह पिछले काफी दिनों से तनाव में थे. डेड बाडी को पोस्टमार्टम किया गया. इसके बाद पत्नी ने पुष्टि की कि वह लाश उनके पति जितेंद्र झा की है.अटकलों पर रविवार को विराम लग गया.
अब उनके परिवार के सदस्यों ने कहा है कि जितेंद्र की अंत्येष्ठि हरिद्वार में की जायेगी.
जितेंद्र कुमार झा नई दिल्ली के द्वारिका इलाके से 9 दिसंबर यानी सोमवार से ही लापता थे. वह 9 दिसम्बर को मार्निंग वाक के लिए निकले तो फिर नहीं लौटे.
. उनकी पत्नी भावना झा ने आरोप लगाया था कि सरकार ने एचआरडी मिनिस्ट्री ट्रांस्फर से पहले चार साल में उनका छह बार ट्रांसफर किया था. इस कारण उनके पति जितेंद्र झा काफी प्रेशर में थे.