इमारत शरिया में उठा तूफान अभी शांत है लेकिन इसका असर दूसरे मजहबी संगठन एदारा शरिया पर पड़ा है. एदारा के नाजिम ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया है कि तमाम कमेटियां भंग कर दी गयी हैं. उदास-परेशान नाजिम ने कहा उन्हें नहीं मालूम आगे क्या होगा.
तमाम कमेटियों को भंग करने के पीछे एदारा को सियासतदानों से निजात दिलाने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. मालूम हो कि एदारा के अध्यक्ष जदयू के एमएलसी हैं.
गौरतलब है कि एदारा के नाजिम मौलाना सनाउल्लाह रिजवी ने पिछले दिनों एदारा के अध्यक्ष को उनके पद से हटाने की खबर दी थी. उन्होंने कहा था कि मज्लिस आमला ने एदारा के अध्यक्ष गुलाम रसूल बलियावी को उनके पद से हटा दिया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि सियासत में कुर्सी हासिल करने वालों ने मुस्लिम तंजीमों का बड़ा नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा था कि दीन बचाओ देश बचाओ कांफ्रेंस के बाद एमएलसी बनने के लालच में कांफ्रेंस को बहुत नुकसान पहुंचा. उधर इस मामले में इदारा के अध्यक्ष व महासचिव के बीच खीचतान का नतीजा रविवार को देखने को मिला. एक आपात बैठक काफी तनावपूर्ण माहौल में हुई जिसमें यह तय किया गया कि एदारा की तमाम कमेटियों को भंग कर दिया जाये. साथ ही इस बैठक में मौजूद ज्यादातर लोगों ने कहा कि एदारा के जिम्मेदार पदों पर उस व्यक्ति को न बिठाया जाये जो राजनीतिक लाभ के पद पर हो. याद रहे कि एदारा के अध्यक्ष मौलाना गुलाम रसूल बलियावी जदयू के एमएलसी हैं.
इस बीच एदारा के अध्यक्ष से बात करने की जब कोशिश की गयी तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका. उधर नाजिम सनाउल्लाह रिजवी ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया है कि तमाम कमेटियां भंग कर दी गयी हैं. अब आगे क्या होगा यह कोई नहीं जानता. उन्होंने कहा