CAA-NRC के खिलाफ 19 दिसम्बर के भारत बंद के समर्थन में कूदा इमारत शरिया, वली रहमानी भी मैादन में उतरने को तैयार हैं. उन्होंने इस कानून को साम्प्रदायिक करार दिया है.
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CAA-NRC
इमारत ए शरिया का तेवर सख़्त
मौलाना वली रहमानी ने संभाल ली कमान.
कल बिहार बंद का किया समर्थन.
सेरान अनवर
बिहार-झारखंड-उड़ीसा के मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था इमारत ए शरिया के अमीर ए शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने कहा है कि 19 दिसम्बर कल कई सियासी जमातों,सामाजिक संगठनों और बहुत सारी अंजुमनों की तरफ़ से देश स्तर पर विरोध प्रदर्शन होने वाला है.
मुसलमानों को बड़ी संख्या में इन विरोध प्रदर्शनों में शामिल होना चाहिए और CAA-NRC के ख़िलाफ़ प्रदर्शन का हिस्सा बनना चाहिये.उन्होंने बिहार बंद का ज़िक्र नहीं किया है मगर कल ही वामपंथ का बिहार बंद है,जाप ने भी बंद का समर्थन किया है.
NRC-CAA यथार्थ और षड्यंत्र-5 वाक्यों में समझें
अमीर ए शरीयत ने कहा केंद्र सरकार ने CAA अपनी सांप्रदायिक नीतियों के तहत बनाया है और NRC को लागू कर मुसलमानों को डराया जायेगा.हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.अपने देशवासियों के साथ मिल कर ग़ैर संवैधानिक और ग़ैर जम्हूरी क़ानून के ख़िलाफ़ पूरी ताक़त से लड़ेंगे.
मुसलमानों के बहाने मूलनिवासी बहुजनों को गुलाम बनाने का षड्यंत्र है NRC
मौलाना रहमानी ने कह कि यह लड़ाई भारत के संविधान और जम्हूरियत को बचाने और मुल्क को मज़बूत करने के लिए लड़नी है.