इन 5 कारणों से कांग्रेस ने केजरीवाल को कहा संघ का छोटा रिचार्ज
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत तथ्य के साथ बात रखने के लिए जानी जाती है। अब उन्होंने ठोस तथ्यों के आधार पर अरविंद केजरीवाल को संघ का छोटा रिचार्ज कहा।
आरएसएस और आप में विचारधारात्मक फर्क क्या है? इस प्रश्न का जवाब कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत ने दिया। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को संघ का छोटा रिचार्ज कहा और इसके लिए पांच कारण बताए। श्रीनेत कहा कि दिल्ली में दंगे होते हैं, तो चुप रहता है। जब दिल्ली में बुलडोजर चले, तब केजरीवाल चुप रहे। जब जंतर-मंतर में खास धर्म के लोगों के कत्लेआम का आह्वान किया गया, तब भी अरविंद केजरीवाल चुप रहे। संघ देश में नफरत फैला रहा है, चुप रहता है। वो आजकल बार-बार गुजरात जा रहे हैं, लेकिन बिलकिस बानों के बलात्कारियों को छोड़े जाने पर कभी मुंह नहीं खोला। क्या है केजरीवाल की विचारधारा, बताइए। केजरीवाल आरएसएस का छोटा रिचार्ज है।
ये RSS का छोटा रिचार्ज किन्हें कहा जा रहा है…🤔 pic.twitter.com/MFtqQ5QnQY
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) October 3, 2022
सुप्रीया श्रीनेत के तथ्यों का जवाब केजरीवाल नहीं दे सकते। यह सच्चाई है कि केजरीवाल संघ की विचारधारा के खिलाफ जाने के उल्टा हमेशा संघ के साथ खड़े होते हैं। याद कीजिए कोरोना के समय केजरीवाल ने भी तबलिगी के नाम पर देशभर में जाारी मुसलमानों के खिलाफ अभियान का हिस्सा बन गए थे। रोज अलग से आंकड़े निकालते थे कि तबलिगी के कारण इतने पेशेंट बढ़े। बाद में कोर्ट ने ऐसी धारणाओं पर जमकर फटकार लगाई थी। दिल्ली में दंगे हुए, उस समय भी उनकी भूमिका दंगे के खिलाफ नहीं थी, बल्कि चुप रहकर दंगाइयों की मदद की। यही नहीं, जब जेएनयू तथा जामिया में पुलिस की बर्बरता सामने आई, तब भी न सिर्फ केजरीवाल चुप रहे, बल्कि घायल छात्रों को देखने तक नहीं गए।
दरअसल विचारधारा के तौर पर केजरीवाल और संघ में कभी अलगाव नहीं दिखा। कभी टकराव नहीं दिखा, बल्कि हमेशा केजरीवाल यही मान कर चलते रहे कि मुसलमान मजबूरी में उन्हें वोट देगा। विपक्ष पर ईडी के छापे पड़े, लेकिन कभी केजरीवाल ने विरोध नहीं किया। बिहार, बंगाल से लेकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी से घंटों पूछताछ की गई, लेकिन केजरीवाल हमेशा चुप ही रहे।
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