सबसे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्रूथ सोशल पर पोस्ट किया. फिर उनका पोस्ट अन्य सोशल मीडिया पर आया. उसके एक मिनट के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार ने ट्वीट किया. कहा युद्ध विराम पर सहमति बन गयी है.
इतनी खबर आते ही दुनिया भर से प्रतिक्रियायें आने लगीं. उधर भारत ने जल्दबाजी नहीं दिखाई. फिर कुछ देर बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी के हवाले से खबर आयी कि दोनों देश आज शाम पांच बजे से एक दूसरे पर हमला बंद करने पर सहमत हो गये हैं.
एक सवाल
सवाल यह है कि एटमिक हमले की धमकी देने वाला पाकिस्तान, आप्रेशन सिंदूर की एक झलक मात्र से घुटने पर क्यों आ गया ?
दर असल पाकिस्तान को अपनी कमजोरी, बेबसी, आंतरिक खाना जंगी, विद्रोह, सत्ता पलट के खतरे का बखूबी एहसास है. वह भारत जैसी महाशक्ति से क्यों कर लड़ने का साहस करेगा.
दूसरी तरफ पाकिस्तान और भारत दोनों एटमिक पावर हैं. दोनों देश इस हद को नहीं जा सकते कि एक दूसरे पर परमाणु हमले की स्थिति तक पहुंचें.
अब डोनाल्ड ट्रम्प के ट्वीट पर आते हैं. उन्होंने कहा कि रात भर की चली वार्ता के बाद यह संतोष का विषय है कि दोनों देश युद्ध विराम पर सहमत हो गये हैं. यानी एक दूसरे पर हमला रोकेंगे. वहीं सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात की. सऊदी अरब, वही देश है जो पाकिस्तान की बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अरबों डालर की मदद कर रहा है. ऐसे में पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता गया.
फिर धोखा
लेकिन यह सीज फायर इस बात पर निर्भर करता है कि पाकिस्तान यह वादा करे कि भविष्य में भारत की सीमा में आतंकवादी हरकतें नहीं करेगा. अगर वह भारत को आश्वस्त कर सका तब तो ठीक है. वर्ना पाकिस्तान के ऊपर से अभी खतरा टला नहीं है.
आइए हक की बात में देखिए क्यों घुटने पर आया पाकिस्तान