पटना में दिखी इंडिया गठबंधन की एकजुटता, भाजपा में हड़कंप
इंडिया गठबंधन की पटना में शानदार एकजुटता तथा लाखों की भीड़ से भाजपा खेमे में हड़कंप मच गया है। आज रविवार को पटना के गांधी मैदान में जनविश्वास महारैली में लालू प्रसाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव, दीपंकर भट्टाचार्य, सीताम येचुरी, डी. राजा जैसे बड़े विपक्षी नेता एक मंच पर दिखे। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर जम कर हमला बोला।
आज की महारैली के नायक तेजस्वी यादव ही थे। हालांकि वामदलों की भी अच्छी भागीदारी दिखी। बड़ी संख्या में लाल झंडा लिये लोग भी शामिल दिखे। कांग्रेस समर्थक भी नजर आ रहे थे। सबसे ज्यादा राजद समर्थकों का जुटान दिख रहा था।
तेजस्वी यादव के भाषण में बार-बार तालियों और समर्थन में शोर उठते रहे। जब उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे पहले किसने दस लाख नौकरी की बात की। तो भीड़ ने जवाब दिया तेजस्वी यादव। इसके बाद उन्होंने कहा कि जब वे पिछले चुनाव में कह रहे थे कि दस लाख नौकरी देंगे, तो चाचा नीतीश कुमार ने कहा था कि पैसा कहां से आएगा। पैसा क्या बाप के यहां से लाएगा, तब उनके समर्थन में भारी शोर और तालियों की गूंज हुई।
तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद कभी भाजपा के आगे झुके नहीं। सीबीआई, ईडी और जेल से डरे नहीं। मैं उन्हीं का बेटू हूं। जब पिता नहीं डरे, तो बेटा क्यों डरेगा। इसके बाद खूब तालियां बजीं। तेजस्वी यादव ने कहा कि वे चाचा नीतीश कुमार का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने विस्तार से बताया कि जो काम नीतीश कुमार भाजपा के साथ रहकर 17 साल में नहीं कर सके, उसे उन्होंने 17 महीने में करके दिखाया।
अखिलेश यादव भी जमकर बोले। कहा कि यूपी में भाजपा के खिलाफ नारा चल रहा है 80 हराओ। बिहार भी पीछे नहीं रहेगा। यहां से 40 हराओ का नारा हो, तो कुल 120 हराओ हो गया। सोचिए फिर भाजपा कहां जाएगी। राहुल गांधी के भाषण पर भी खूब तालियां बजीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी का लाखों करोड़ माफ कर रहे हैं, लेकिन किसानों का नहीं कर रहे। उन्होंने जाति गणना और अग्निवीर का सवाल भी उठाया। अग्निवीर के नाम पर किस प्रकार सरकार पिछड़े और कमजोर वर्ग के युवकों के साथ अन्याय कर रही है, इस पर जोर देकर बात की।