जाकिर नाइक के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेने के भारतीय एजेंसी की अपील खारिज कर दिये जाने पर विपक्ष ने इसे देश के लिए शर्मनाक बताया है. विपक्ष का कहना है कि एनआईए ने इस काम के लिए ठीक से होमवर्क नहीं किया जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की फजीहत हुई.
गौरतलब है कि एनआई नाइक खिलाफ अनेक मामलों की जांच कर रही है. नाइक पिछले साल से ही भारत से बाहर हैं. एनआईए ने इंटरपोल से नाइक के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की अपील की ती. लेकिन इंटरपोल ने इस अपील को रिजेक्ट कर दिया. इंटरपोल का कहना है कि भारत ने जाकिर नाइक के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल नहीं किया है.
इंटरपोल के इस रिजेक्शन के बाद एनसीपी के नेता और वरिष्ठ वकील माजिद मेनन ने जी न्यूज से कहा कि भारती जांच एजेंसी के लिए यह एक शर्मनाक हालत है. बिना होमवर्क किये ही नाइक के खिलाफ इंटरपोल के पास कैसे चले गये. जिस अफसर ने यह गलती की है उसके खिलाफ कानूनी कार्वाई होनी चाहिए.
एनआईए ने 19 मई को इंटरपोल में शिकायत दर्ज करते हुए नाइक पर दो समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने समेत अनेक आरोप लगाये थे.
इससे पहले भारत के गृहमंत्रालय ने नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर बैन लगा दिया था.