झाऱखंड विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार के बाद बौखलाए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रदेश में बीफ पर प्रतिबंध लगा दिया है। सपा सांसद इकरा हसन ने कड़ा प्रतिवाद जताते हुए कहा कि यह संविधान में आजादी के अधिकार पर हमला है। सरकार यह तय कर रही है कि लोग क्या खाएंगे, क्या पहनेंगे, यह सरासर तानाशाही है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा झारखंड चुनाव में भाजपा के प्रभारी थे। पूरे चुनाव उन्होंने धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिश की। हिंदू-मुसलमान करते रहे। घुसपैठिया को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया, लेकिन झारखंड की बहुसंख्यक जनता ने उन्हें पूरी तरह खारिज कर दिया। भाजपा को 2019 से भी कम सीटें मिली और इंडिया गठबंधन को भारी जीत मिली। बुरी तरह नकारे जाने से तिलमिलाए हिमंता ने अब असम में बीफ प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने असम के होटलों, रेस्तरां तथा सार्वजनिक स्थलों पर बीफ परोसे जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सपा की युवा सांसद इकरा हसन ने असम के मुख्यमंत्री के इस कदम का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि लोग क्या खाएंगे, क्या पहनेंगे, यह सरकार तय नहीं कर सकती। यह संविधान में दिए अधिकार पर हमला है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की यह खूबसूरती है कि लोग विभिन्न परंपराओं का पालन करते हैं। विविधता में एकता हमारे देश की महान परंपरा है।
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इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मस्जिदों के नीचे खुदाई अभियान पर कहा कि भाजपा वाले मानसरोवर पर क्यों चुप हैं। कहा कि भाजपा में हिम्मत है, तो मान सरोवर चले। चीन से मानसरोवर को आजाद कराए। कहा कि भाजपा वाले कमजोर पर ताकत दिखाते हैं। चीन के बारे में बोलने की हिम्मत नहीं होती। चीन से व्यापार बढ़ा रहे हैं। उन्होंने भारत –चीन सीमा पर भारतीय सैनिकों के स्मारक स्थल को तोड़े जाने का मुद्दा भी ठाया और कहा कि भाजपा के लोग उस पर चुप रहते हैं।