सार्वजनिक जीवन में वास्तविक स्वतंत्रता और नैतिक मूल्यों के संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए जमाअते इस्लामी हिन्द के महिला कोषांग की ओर से 1 सितंबर, 2024 से देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा। एक महीने तक चलने वाले इस अभियान का शीर्षक है, ‘नैतिकता ही स्वतंत्रता का आधार’। इसके तहत बिहार में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करके लगभग 3 लाख लोगों तक प्रत्यक्ष और 15 लाख लोगों तक अप्रत्यक्ष रूप से अभियान का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। अभियान के दौरान युवा वर्ग को विशेष रूप से फोकस किया जाएगा।
इस बात की जानकारी एक संवाददाता सम्मेलन में जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार की परामर्शदातृ समिति की सदस्य डॉ. शहनाज बेगम, जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार के महिला कोषांग की प्रदेश सचिव डॉ. जेबाइश फिरदौस और अभियान की सह संयोजक जेबा आफताब ने दी।
डॉ. शहनाज बेगम ने कहा कि जमाअते इस्लामी हिन्द महिलाओं पर यौन हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करती है और केन्द्र एवं राज्य सरकारों से मांग करती है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा को सुनिश्चित बनाया जाए। लेकिन साथ-साथ समाज को स्वतंत्रता और नैतिक मूल्यों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने की भी जरूरत है ताकि हर व्यक्ति को यह महसूस हो कि महिलाओं के मान-सम्मान के संरक्षण में उसका क्या दायित्व है। इसी उद्देश्य के तहत देशभर में एक महीने का अभियान चलाया जा रहा है।
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डॉ. जेबाइश फिरदौस ने कहा कि प्रदेश में जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार अपने कैडर के सहयोग से लगभग 3 लाख लोगों तक प्रत्यक्ष और 15 लाख लोगों तक अप्रत्यक्ष रूप से अभियान का संदेश पहुंचाने का प्रयास करेगी। अभियान के दौरान इस विषय पर शहर, गांव और मुहल्ला के स्तर पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं-
– जनसंवाद और जुमे की नमाज में विशेष संबोधन का आयोजन किया जाएगा।
– सर्वधर्म सेमिनार एवं संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।
– कॉलेज और विश्वविद्यालय कैम्पस में छात्र-छात्राओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
– स्कूलों में मौखिक और लिखित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
– छोटे-छोटे सार्वजनिक कार्यक्रम प्राथमिकता के आधार पर आयोजित किए जाएंगे।
– प्रबुद्धजनों और बुद्धिजीवियों के इंटरव्यू पर आधारित वीडियो तैयार किए जाएंगे।
– सोशल मीडिया पर पोस्टर और स्लोगन शेयर किए जाएंगे।
जेबा आफताब ने कहा कि नैतिक मूल्यों का संरक्षण न होने के कारण ही देशभर में महिलाओं पर यौन हिंसा हो रही है। लोगों को आजादी तो मिली है लेकिन इस आजादी का दुरुपयोग किया जा रहा है। बेलगाम आजादी की वजह से ही नैतिक मूल्यों में गिरावट और यौन स्वच्छंदता देखने को मिल रही है। यही कारण है कि हाल के दिनों में महिलाओं पर यौन हिंसा की घटनाओं में बेतहाशा इजाफा हुआ है।