बिहार कांग्रेस बढ़ती महंगाई, आर्थिक मंदी और बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर आज जन वेदना मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज का मुद्दा राज्य विधानमंडल के जारी शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों में उठाएगी।
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने बताया कि उनकी अध्यक्षता में पार्टी विधानमंडल दल की हुई बैठक में राजधानी पटना में जन वेदना मार्च में पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज की निंदा एवं भर्त्सना करते हुये विधानमंडल में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाए जाने का निर्णय लिया गया है।
श्री सिंह ने बताया कि नवादा, नौबतपुर समेत बिहार में हो रहे मॉब लिंचिंग के मामले को, विश्वविद्यालयों में नामांकन पैनल से विद्यार्थियों को होने वाली परेशानी का मुद्दा कांग्रेस सदन में उठायेगी। साथ ही प्रदेश की गिरती कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस नीतीश सरकार को दोनों सदनों में घेरेगी तथा पटना के जल-जमाव एवं प्रदेश में आई बाढ़ के मामले को भी कांग्रेस सदन में जोर-शोर से उठायेगी।
गौरतलब है कि बिहार कांग्रेस के बढ़ती महंगाई, आर्थिक मंदी और बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर आज जन वेदना मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम से जन वेदना मार्च निकाला गया। मार्च शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ प्रतिबंधित क्षेत्र हड़ताली मोड़ जैसे ही पहुंचा वहां पहले से दंडाधिकारी के नेतृत्व में मौजूद पुलिस के जवानों ने मार्च को आगे बढ़ने से रोक दिया। इसके बाद कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई। कार्यकर्ता आगे बढ़ने की कोशिश में लगे थे तभी पुलिस की ओर से वाटर कैनन के बाद लाठीचार्ज किया गया।
इस घटना में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधान पार्षद मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी, विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा समेत 24 से अधिक कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया।
कुछ देर बाद ही अति व्यस्त हड़ताली मोड़ पर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही हालांकि पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष श्री झा, राज्यसभा सांसद श्री सिंह, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्री कादरी, विधायक अमिता भूषण और विधान पार्षद श्री मिश्रा को हिरासत में ले लिया।