बिहार में उपचुनाव के लिए जन सुराज पार्टी ने आज अपने पहले प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया। भोजपुर के तरारी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने पूर्व उप सेना प्रमुख एनके सिंह को प्रत्याशी घोषित किया। पहले ही प्रत्याशी की घोषणा से साफ है कि पार्टी बुरी तरह फंस गई है। यहां हर बार अगड़े तथा पिछड़े मतों का ध्रुवीकरण होता है। अगड़े मतदाताओं में भूमिहारों की संख्या अधिक है और यहां कई चुनावों से भूमिहार प्रत्याशी ही दूसरे स्थान पर रहते हैं। साफ है कि जन सुराज के प्रत्याशी भाजपा का ही वोट काटेंगे। यहां पिछले दो बार से भाकपा माले के सुदामा प्रसाद चुनाव जीतते रहे हैं। इस बार वे आरा के सांसद चुन लिए गए। स्थिति यह है कि जन सुराज के प्रत्याशी से माले प्रत्याशी की जीत की राह आसान हो जाएगी।
भाकपा माले ने तरारी से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी राजू यादव को प्रत्याशी बना सकती है। वे 2019 में लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी थे और उन्हें लगभग सवा चार लाख वोट मिले थे। जिले में वे माले के प्रमुख नेताओं में एक हैं। यहां से भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी किसी भूमिहार जाति के प्रत्याशी को ही मैदान में उतारेगी।
बिहार के अन्य क्षेत्र जहां उप चुनाव हैं वे हैं बेलागंज, रामगढ़ तथा इमामगंज। इन तीनों सीटों पर राजद प्रत्याशी होंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजद जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे को बेलागंज से प्रत्याशी बना सकता है। यहां से सुरेंद्र यादव लगातार कई बार से चुनाव जीत रहे हैं। रामगढ़ में सांसद सुधाकर सिंह के भाई अजीत सिंह तथा इमामगंज से पूर्व विधायक समता देवी या वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी प्रत्याशी हो सकते हैं।
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उधर एनडीए खेमे से इमामगंज से केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के बेटे बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन प्रत्याशी हो सकते हैं। यह जीतनराम मांझी की सीट है, इसीलिए बेटे को टिकट देकर यह सीट परिवार के पास ही रखा जाएगा।