जाति गणना : दायर हुआ रिव्यू पिटिशन, लालू ने सेट कर दिया एजेंडा

बिहार सरकार ने जाति गणना पर हाईकोर्ट में रिव्यू पिटिशन दायर किया। लालू ने सेट किया एजेंडा। गणना पर रोक से भाजपा की खुशी उसे पड़ेगा महंगा।

कुमार अनिल

पटना हाईकोर्ट के जातिगत गणना पर रोक लगाने के 24 घंटे के भीतर बिहार सरकार ने शुक्रवार को रिव्यू पिटिशन दायर कर दिया। इस बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने जाति गणना पर रोक के बाद एजेंडा सेट कर दिया है। गुरुवार को हाईकोर्ट के जाति गणना पर रोक लगाने के बाद भाजपा समर्थकों में खुशी है। ठीक इसी बात को लालू प्रसाद ने एजेंडा बना दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पिछड़ा विरोधी है। जाति गणना से वह डरती है। भाजपा की खुशी अगले चुनाव में उसे महंगा पड़ेगा।

राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के जाति गणना पर रोक के निर्णय के बाद पुनर्विचार याचिका दायर करते हुए अनुरोध किया कि याचिका पर मुख्य न्यायाधीश सुनवाई करें। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जाति गणना हो कर रहेगी। उनके जोर देने से स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी।

इधर लालू प्रसाद ने भाजपा पर राजनीतिक हमला बोल दिया। अब उनकी बात को लेकर राजद कार्यकर्ता नीचे आम लोगों में प्रचार करेंगे और भाजपा को पिछडा समुदाय में अलग-थलग करेंगे। लालू प्रसाद ने कहा-जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की माँग है और यह हो कर रहेगा। BJP बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है? जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है। देश की जनता जातिगत जनगणना पर BJP की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है।

राजद सहित महागठबंधन जाति गणना को 2024 लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाएगा। लालू प्रसाद ने उसकी शुरुआत कर दी। महागठबंधन के अन्य दलों ने भी भाजपा को पिछड़ा विरोधी बताया है। सभी भाजपा से यही पूछ रहे हैं कि वह जाति गणना का विरोध क्यों कर रही है। अगर महागठबंधन के विभिन्न दल नीचे गांव तक यह संदेश ले जा सके कि भाजपा नहीं चाहती कि जाति गणना हो, इसलिए कि वह पिछड़ा विरोधी है, तो आने वाले दिनों में भाजपा को बिहार में भारी नुकसान हो सकता है।

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