Javed ने Pakistan पहुंच कर दिखा दिया आईना, भक्त परेशान
कवि-गीतकार और बॉलीवुड के स्क्रिप्ट राइटर Javed Akhtar एक साहित्यिक जलसे में Pakistan थे। वहां उन्होंने ऐसी बात कही कि देश कर सलाम, वाहवाही। भक्त परेशान।
जावेद अख्तर को कौन नहीं जानता। कवि-गीतकार और देश की विविधता में एकता, भाईचारे की मुखर आवाज हैं वे। समय-समय पर सांप्रदायिक तत्वों के हमले भी झेलते रहे हैं, लेकिन अपने विचारों को खुल कर कहने से कभी पीछे नहीं हटे। वे पाकिस्तान के लाहौर में एक कार्यक्रम में थे। वहां उन्होंने कहा कि वे मुंबई में रहते हैं। वहां आतंकी हमला हुआ था। हमला करने वाले नार्वे या इजिप्ट से नहीं आए थे, बल्कि आपके पाकिस्तान से ही गए थे और आज भी वे पाकिस्तान में खुलेआम गूम रहे हैं। इस बात की शिकायत मुंबई वालों और भारतीयों को है, तो इसमें गलत क्या है?
पाकिस्तान में इस तरह खुल कर बोलने की भीरत में लोग खूब सराहना कर रहे हैं। उन्हें सलाम पेश कर रहे हैं। वहीं भक्त सन्न हैं। हां, एक और बात पाकिस्तान की जिस सभा में जावेद अख्तर ने भारत की चिंता और विरोध खुल कर जाहिर किया, उसके बाद उनके खिलाफ कोई हंगामा नहीं हुआ, किसी ने कोई अपशब्द भी नहीं कहा, बल्कि जावेद अख्तर की बात सुनी। लाहौर के सहिष्णु श्रोताओं को भी धन्यवाद कहिए। ये है वीडियो जिसे बार-बार शेयर किया जा रहा है-
लाहौर में जावेद अख़्तर..एक बार सुनिएगा जरूर…और उन तालियों को भी महसूस कीजिएगा जो
— LP Pant (@pantlp) February 21, 2023
जावेद साहब के जवाब के बाद गूंजती रही…pic.twitter.com/PNkfwiAJcK
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा-पाकिस्तान में – पाकिस्तानियों की आँख में आँख डाल कर-आतंकवाद को संरक्षण देने पर जी भर के सुनाने का काम कोई आप जैसा बेख़ौफ़ हिंदुस्तानी ही कर सकता है बहुत खूब @Javedakhtarjadu साहब! फिल्मकार विनोद कापरी ने कहा-ज़िंदाबाद जावेद साहब ! ज़िंदाबाद !! पाकिस्तान जा कर पाकिस्तान के सामने ये सब आप ही कर सकते थे। सामाजिक कार्यकर्ता अवि डांडिया ने लिखा-56 इंच इसको बोलते हैं अंधभक्तों। सोशल मीडिया पर #JavedAkhtar लगातार ट्रेंड कर रहा है।
दैनिक भास्कर के राष्ट्रीय संपादक एलपी पंत ने कहा-लाहौर में जावेद अख़्तर..एक बार सुनिएगा जरूर…और उन तालियों को भी महसूस कीजिएगा जो जावेद साहब के जवाब के बाद गूंजती रही…। पत्रकार मुरारी त्रिपाठी ने लिखा-जावेद साहब ऐसे फ़नकार हैं जो हर तरह के कट्टरपंथ के ख़िलाफ़ बोलते हैं। इसलिए हर तरह के कट्टरपंथियों को खटकते हैं। यहां पाकिस्तान को घेरने का मतलब वहां के हुक्मरानों को घेरना है।