JDU में गहमागहमी, सोशल मीडिया से सड़क तक कौन बौखलाया
JDU-RJD दफ्तरों में भारी गहमागहमी। देश-प्रदेश की मीडिया की भरमार है। उधर, सोशल मीडिया से सड़क तक नीतीश कुमार की बरबादी की घोषणा करने वाले भी सक्रिय हुए।

पटना में आज सोमवार को जदयू-राजद दफ्तर में भारी गहमागहमी है। देश-प्रदेश की मीडिया की भरमार है। कोई इधर बाइट ले रहा है, कोई उधर कोने में किसी का इंटरव्यू ले रहा है। दो मीडिया वाले जा रहे हैं, तो तीन नए आ रहे हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को देखते ही मीडियावाले दौड़े। तेजस्वी यादव के यहां भी मिलनेवालों का तांता लगा है। बिहार की राजनीति का एक दूसरा चेहरा भी है। सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार के लिए बददुआ देनेवाले सक्रिय हैं, तो सड़क पर उन्हें जेल भेजने की भविष्यवाणी करनेवाले भी कम नहीं हैं। बददुआ देनेवाले कौन लोग हैं, पाठक समझ सकते हैं।
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आज अमित शाह का नाम लेकर कहा कि हमारे दल से कौन केंद्र में मंत्री बनेगा, यह अमित शाह तय करेंगे? ललन सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आरसीपी सिंह ने खुद स्वीकार किया है कि उन्हें अमित शाह ने कहा था कि आपके नाम पर ही सहमति है। आप केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होइए। उन्होंने यही बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कही। मुख्यमंत्री भला क्या कहते। उन्होंने कहा कि जब ऐसी बात है, तो जाइए बन जाइए। नीतीश कुमार ने यह बात नाराजगी में कही। ललन सिंह ने कहा कि हमारे दल का कौन नेता केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होगा, यह हमारा दल. हमारे नेता नीतीश कुमार तय करेंगे या अमित शाह?
इस बीच जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित कई नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस बयान की कड़ी आलोचना की,जिसमें नड्डा ने कहा था कि क्षेत्रीय दल खत्म हो जाएंगे। जदयू की भाजपा से नाराजगी की एक बड़ी वजह यही है। जिस तरह शिव सेना को खत्म करने में बाजपा लगी है, उससे भी जदयू में नाराजगी है।
इस बीच भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अगर नीतीश कुमार भाजपा से अलग होते हैं, तो उनका दल नीतीश कुमार को समर्थन देगा। कांग्रेस के नेता भी आज किसी समय नीतीश कुमार से मुलाकात कर सकते हैं।
नीतीश ने अगर मोदी को झटका दिया, तो हो सकते हैं PM कैंडिडेट