नीतीश के डीजल ऑटो पर बैन के फैसले का मांझी ने किया जमकर विरोध
पटना में बढ़ रही वायु प्रदुषण को देखते हुए बिहार सरकार ने डीजल इंजन वाले ऑटो पर बैन का फैसला लिया है. इस फैसले का बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने जमकर विरोध किया है.
पटना से रवि कांत की रिपोर्ट
वैकल्पिक रास्ता निकाले सरकार: मांझी
नीतीश सरकार के डीजल ऑटो पर बैन के फैसले का विरोध करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि इस फैसले से गरीब ऑटो वालों के पेट पर लात मारा जा रहा है, जिसका वो पूर्ण रूप से विरोध करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि डीजल ऑटो पर बैन का सीधा असर गरीब ऑटो वालों के रोजी-रोटी पर पड़ेगा, सरकार को चाहिए कि इस फैसले को तबतक लागू नहीं किया जाना चाहिए जबतक सरकार ऑटो वालों के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं तैयार कर लेती.
पटना के 83 प्रतिशत वाहन उड़ा रहे हैं Pollution Control कानून की धज्जियां
पटना सबसे ज्यादा प्रदूषित
वायू प्रदूषण के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. वहीँ बात करें बिहार की राजधानी कि तो पटना की गिनती देश के सबसे प्रदूषित शहरों में हो रही है. पटना का एयर क्वाइलिटी इंडेक्स 400 से ऊपर है.
बुधवार को कैबिनेट की बैठक में नीतीश सरकार ने फैसला लिया कि पटना में 2021 से डीजल इंजन वाले ऑटो नहीं चलेंगे. इससे पहले मंगलवार को सरकार ने 15 साल पुराने व्यावसायिक और सरकारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाया था.
बिहार सरकार ने माना प्रदूषण की स्थिति चुनौतिपूर्ण
आपको बता दें कि राजधानी में डीजल से चलने वाले ऑटो पर रोक का फैसला 31 जनवरी 2021 से लागू होगा. 31 मार्च 2021 से पटना से सटे दानापुर, फुलवारी, खगौल नगर परिषद में डीजल इंजन वाले ऑटो पर बैन लगेगा.
कैबिनेट की बैठक में बिहार स्वच्छ इंधन योजना 2019 को मंजूरी दी गई. फैसला लिया गया कि 2021 से सीएनजी और बैट्री वाले ऑटो ही पटना समेत आसपास के इलाकों में चलेंगे. कैबिनेट की बैठक में कुल 12 एजेडों पर मुहर लगी.