जो बिहारियों को गाली देते थे, वे भाजपा के साथ चले गए : ठाकरे
उद्धव ठाकरे के पुत्र और शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे ने तेजस्वी यादव से मुलाकात में कहा कि जो बिहारियों को गाली देते थे, वह सभी भाजपा के साथ चले गए।
शिव सेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में जो लोग बिहारियों को गाली देते थे, परेशान करते थे, उन्होंने अपना अलग गुट बना लिया है। वे भाजपा के साथ चले गए हैं। उनका इशारा शिव सेना से अलग होकर भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री बने शिंदे की तरफ था।
"महाराष्ट्र में सत्ता के लिए पैसे का जो खेल भाजपा ने खेला वो सबने देखा, बिहार ने भाजपा को जो सबक सिखाया वो भी सबके सामने है…देश में अमन चैन शांति कायम होनी चाहिए, भारत एक युवा देश है, development के मुद्दों पर बात होनी चाहिए…"
— युवा राजद (@yuva_rajad) November 24, 2022
-श्री @yadavtejashwi
(माo उपमुख्यमंत्री, बिहार) pic.twitter.com/yAhw7d54PU
आदित्य ठाकरे ने पटना में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद कहा कि शिव सेना देश की विविधता को ताकत मानती है। इसलिए महाराष्ट्र में रह रहे बिहार के लोग भी हमारे हैं। कुछ लोग बांटो और नफरत की राजनीति करते हैं, ऐसे लोग भाजपा के साथ चले गए हैं। आदित्य ठाकरे ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिवा जी महाराज की प्रतिमा भेंट की। मालूम हो कि छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति विवादस्पद बयान देने वाले महाराष्ट्र के राज्यपाल को कई संगठनों ने पद से हटाने की मांग की है।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा भारत के लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ने को राजद और शिव सेना साथ हैं। देश में नफरत की राजनीति नहीं चलने दी जाएगी।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि तेजस्वी यादव और आदित्य ठाकरे के मिलन पर पूरे देश की नजर थी। दोनों नेताओं ने संदेश दे दिया कि अब राष्ट्रीय राजनीति में नई पीढ़ी को सामने आने से कोई रोक नहीं सकता। तेजस्वी यादव और आदित्य ठाकरे दोनों की लोकतंत्र, संविधान को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का जवाब देने को तैयार हैं। दोनों नेता चाहते हैं कि देश में बेरोजगारी, महंगाई और जनता के वास्तविक मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए।
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