प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान और अहमद पटेल के नाम पर चुनावी हथकंडा की हवा पत्रकार प्रेमशंकर झा ने निकाल दी है. प्रेम शंकर झा उस मीटिंग में मौजूद थे जिसका जिक्र करके मोदी गुजारत के हिंदुओं को बौखला देने की कोशिश में थे.
बीबीसी के कुलदीप मिश्र से बात चीत में प्रेम शंकर झा ने कहा कि वह मणिशंकर अय्यर के घर पर हुई इस बैठक में शामिल थे. झा का दावा है कि इस बातचीत में गुजरात या अहमद पटेल का ज़िक्र तक नहीं हुआ.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस से निष्कासित मणिशंकर अय्यर के घर कुछ ही दिन पहले एक बैठक हुई थी, जिसमें पाकिस्तान के उच्चायुक्त, पूर्व विदेश मंत्री, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी मौजूद थे.
रविवार को बनासकांठा के पालनपुर की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान गुजरात चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर हस्तक्षेप कर रहा है और पाकिस्तान के एक पूर्व अधिकारी चाहते हैं कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल गुजरात के अगले मुख्यमंत्री बनें.
प्रेम शंकर झा ने बताया कि यह बैठक 6 दिसंबर को हुई थी और करीब तीन घंटे तक चली. इस बैठक में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी मौजूद थे. प्रेम शंकर झा के मुताबिक, ”यह एक निजी मुलाक़ात थी. कसूरी साहब और मणिशंकर अय्यर पुराने दोस्त हैं. इस बैठक में भारत-पाक रिश्तों को कैसे बेहतर किया जाए, इस पर बात हुई थी.”
”कसूरी साहब थोड़ी देर से पहुंचे, उनके पहुंचने के बाद हमने खाना खाया. खाना खाने से लगभग डेढ़ घंटे पहले कुछ बातचीत हुई, फिर खाने के दौरान भी इतनी ही देर तक बातें हुई.”
प्रेम शंकर झा ने बताया, ”भारत-पाकिस्तान रिश्तों पर बात हुई. साथ ही कश्मीर की समस्या पर भी बात हुई. दोनों मुल्कों के रिश्तों में कश्मीर समस्या सबसे बड़ा रोड़ा है. तो यही बात हुई कि इस समस्या को सुलझाने के क्या और तरीके हो सकते हैं.”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में आरोप लगाया है कि इस बैठक में गुजरात चुनाव के सिलसिले में बातचीत हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना के पूर्व डायरेक्टर जनरल सरदार अरशद रफ़ीक़ ने अहमद पटेल को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में देखने की इच्छा ज़ाहिर की थी.
इस पर प्रेम शंकर झा ने बताया कि इस बैठक में गुजरात पर कोई चर्चा नहीं हुई.
उन्होंने कहा, ”इस बैठक में गुजरात चुनाव का कोई जिक्र ही नहीं हुआ, यहां तक कि बैठक में गुजरात का नाम तक नहीं लिया गया.”
प्रेम शंकर झा ने यह दावा भी किया कि इस बैठक में अहमद पटेल का कोई नाम नहीं लिया गया.
इस बैठक पर भाजपा ने यह सवाल भी उठाए जा रहे हैं कि इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय को क्यों नहीं दी गई थी. इस पर प्रेम शंकर झा ने कहा कि इसकी कोई ज़रूरत ही नहीं थी.
उन्होंने कहा, ”कसूरी साहब और मणिशंकर अय्यर कॉलेज के दिनों के दोस्त हैं. दोनों के पास कोई आधिकारिक पद नहीं हैं. हम लोग देश के आम नागरिक हैं और किसी से भी मिलना हमारा हक़ है, किसी से मिलना क्या कोई ज़ुर्म है? ”