कल तक शेर बनने वाले भाजपाई प्रवक्ताओं की हालत गीदड़ जैसी क्यों
क्या देश की हवा बदल रही है? भाजपा के प्रवक्ता अब कांग्रेस प्रवक्ता से आंख मिलाते नहीं दिख रहे। नीचे कागज खोजने लगते हैं। सुप्रिया श्रीनेत का वीडियो वायरल।
कुछ तो बात है। पहली बार ऐसा हो रहा कि भाजपा प्रवक्ता कांग्रेस प्रवक्ताओं के आगे पानी मांगते दिख रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वे प्रधानमंत्री के उस वक्तव्य की हवा निकाल रही हैं, जिसमें पीएम ने कहा था कि उन्होंने खेलों से परिवारवाद का सफाया कर दिया है। सुप्रीया श्रीनेत ने सीधे गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर तंज कसा। कहा कि जय शाह को किस आधार पर बीसीसीआई का सेक्रेटरी बना दिया गया। जय शाह पूछ रहे हैं डैडी, डैडी क्या हमारा भी सफाया होगा। फिर तो दर्शक ताली बजाने लगते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने सिर नहीं उठाया, नीचे ही देखते रहे। भाजपा के कई नेताओं के फोटो दिखा कर पूछा कि क्या ये परिवारवाद नहीं है। जबतक सुप्रीया श्रीनेत बोलती रहीं, एक बार भी भाजपा प्रवक्ता ने कैमरे की तरफ नहीं देखा और न ही सुप्रीया की तरफ देखने की हिम्मत की। वे पता नहीं नीचे कौन सा कागज ढूंढ़ते रहे। ये है वीडियो-
नीरज चोपड़ा को स्टेज से धीमे से उतारा दिया गया – अरे भाई उनसे लम्बा फेंकने वाले मोदी जी जो आ गए थे!
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 30, 2022
और ‘परिवारवाद के सफ़ाये’ वाला मोदी जी का फ़र्ज़ीवाड़ा सुनने के बाद से अमित शाह के पुत्र जय शाह “डैडी डैडी” कह कर विचलित हैं! pic.twitter.com/ky9Wiobnr9
इससे पहले भी एक टीवी शो में सुप्रीया श्रीनेत ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा पर जमकर हमला बोला था। पात्रा ने राहुल गांधी के साथ चल रही एक छोटी बच्ची में धर्म देखने की कोशिश की थी। उस समय भी भाजपा प्रवक्ता की बोलती बंद रही।
हिंदी टीवी चैनल ही नहीं, अंग्रेजी के टीवी चैनल पर भी यही हाल है। प्रधानमंत्री का चीता छोड़ना हो या एंबुलेंस के लिए अपना काफिला रोकना, कोई बात जम नहीं रही है। आज सोशल मीडिया में लोग पूछ रहे हैं कि प्रधानमंत्री जिस सड़क से जानेवाले होते हैं, उसे आधा घंटा पहले बंद कर दिया जाता है, फिर एंबुलेंस कैसे बीच में आ गया। वह वीडियो भी किसी वीआईपी कार से बनाई गई प्रकट होती है।
आज फिर से एक अन्य वीडियो वायरल है, जिसमें आजतक की अंजना ओम पूछ रही हैं कि गुजरात का सीएम कौन है और दर्शकों में कोई नहीं बता पाया। भाजपा प्रवक्ता की स्थिति देखने लायक है।
हजारों लोगों ने की RSS पर प्रतिबंध लगाने की मांग