जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के. सी. त्यागी ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 15 या उससे ज्यादा सीटें मिल जाती हैं तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा।
श्री त्यागी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग खत्म नहीं हुई है। लोकसभा चुनाव में जदयू को 15 या उससे अधिक सीटें मिलती हैं तो पार्टी इस मुद्दे को नए सिरे से पूरी ताकत से उठाएगी और उन्हें पूरा विश्वास है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिहार विभाजन के कारण खनिज संपदा झारखंड में चली गयी। इससे बिहार को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है।
जदयू नेता ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना उसका हक है। उन्होंने राज्य के मतदाताओं से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जदयू और उसके सहयोगी दलों को अधिक से अधिक सीट पर जीत दिलाने की अपील करते हुए कहा कि लोकसभा में जदयू की ताकत बढ़ेगी तब ही वह बिहार के हक की इस लड़ाई को नये सिरे से लड़ सकेगा। श्री त्यागी ने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव के दो चरण बचे हुए हैं। बिहार की महान जनता से उनका वादा है कि वे 15 या उससे ज़्यादा सीटें दें तो उनकी पार्टी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला देगी। उन्होंने कहा, ”हमें कार, कोठी, बंगला या ठेका नहीं चाहिए। हमारे मुख्यमंत्री नीतीश जी का क्लीन रिकार्ड रहा है। हमारी सरकार से पहली मांग होगी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा।
जदयू के प्रधान महासचिव ने इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पिछले चुनाव से कम सीटें मिलने के भाजपा नेता राम माधव के आकलन के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि वह उनके आकलन को चुनौती नहीं दे सकते। वर्ष 2014 में हिंदी भाषी क्षेत्र की शत-प्रतिशत सीटें भाजपा को मिली थी। इसलिए, हो सकता है कि इन राज्यों में इस बार कुछ सीटें मिले लेकिन जदयू अपनी भूमिका और हर परिस्थिति के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में जार्ज फर्नान्डिस भी मंत्री थे। वे उस सरकार के संकट मोचक भी थे। जदयू के संख्या बल से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो पार्टी को खुशी होगी।