दिल्ली में पेयजल को लेकर आई रिपोर्ट पर केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी में पानी की गुणवत्ता काफी बेहतर है और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
श्री केजरीवाल ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में श्री पासवान की ओर से जारी पिछले सप्ताह एक रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली में पानी की गुणवत्ता को बेहद खराब बताने और इसे पीने लायक नहीं बताने पर उन्हें चुनौती दी और कहा कि पानी पर राजनीति नहीं की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में सुधार नजर आ रहा है और आर्ड.ईवन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को देखते हुए चार नवंबर से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू किया था ।
राजधानी में पेयजल के संबंध में केंद्र सरकार की हालिया रिपोर्ट पर श्री केजरीवाल ने कहा,“ पानी को लेकर राजनीति की जा रही है । मात्र 11 जगह के नमूनों के आधार पर पूरे शहर के पानी को खराब नहीं कहा जा सकता है। नमूने कहां से लिए गए हैं, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। जल बोर्ड की रिपोर्ट में महज दो प्रतिशत से भी कम नमूने खरे नहीं उतरे
हैं। दिल्ली में बड़ी संख्या में पानी के नमूने लेकर उनकी जांच की जायेगी,श्री पासवान को उनकी चुनौती है कि वह भी आएं और जांच करें कि राजधानी का पानी स्वच्छ है अथवा नहीं।”
केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह एक अध्ययन रिपोर्ट जारी की थी। यह अध्ययन 21 शहरों के पेयजल को लेकर था जिसमें दिल्ली का पानी सबसे खराब और मुंबई का सबसे अच्छा बताया गया था।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने ढाई लाख परिवारों के लिए आज एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत हजारों करोड़ रुपए के निवेश से दिल्ली में हजारों किलोमीटर लंबी सीवर लाइनें बिछाई गई हैं। अब इन इलाकों में 31 मार्च तक आवेदन देने पर पूरी तरह से नि:शुल्क कनेक्शन दिया जायेगा। दशकों से इन कालोनियों में सरकारों ने सीवर लाइनें तक नहीं बिछाई थी। दिल्ली के लाखों लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखने के कारण यमुना में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता गया। अब लोगों को सुविधाएं भी मिलेंगी और यमुना साफ भी होगी।