कर्जमाफी और फसलों के उचित मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुबंई के आजाद मैदान में डटे किसानों को मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से भाजपा सांसद पूनम महाजन ने शहरी माओवादी कहा. पूनम महाजन ने कहा कि ‘उनके (किसानों) हाथों में लाल झंडे हैं. वे शहरी माओवादियों से प्रभावित हैं.’
नौकरशाही डेस्क
वहीं, दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने किसानों का 12 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय पहुंचा है. किसानों की मांग है कि सरकार उनकी कर्ज पूरी तरह से माफ करे, फसलों की बेहतर कीमत मिले, उन्हें जंगलों के जमीनों का पट्टा दिया जाए. इसके अलावा भी उनकी कई मांगें हैं. वे आज विधान सभा का घेराव भी करने वाले थे. मगर अब सबकुछ इस मीटिंग पर निर्भर करेगा.
बता दें कि लेफ्ट से जुड़े ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में करीब 30 हजार किसानों का जत्था नासिक से छह दिनों तक पैदल चल कर रविवार को 180 किलोमीटर दूर मुंबई पहुंचा था. प्रदर्शन कर रहे किसानों को कांग्रेस, शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का समर्थन मिला है. आरएसएस ने भी राज्य सरकार से इस मुद्दे के समाधान की मांग की है.