किशनगंज से कांग्रेस के वर्तमान सांसद Dr Md Jawaid (डॉ. मो. जावेद) नामांकन के बाद से धुंआधार प्रचार कर रहे हैं। अपने क्षेत्र में उनकी पहचान उनके काम के कारण सबसे अलग है। मणिपुर से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब बिहार पहुंची, तो उसकी अगवानी Dr Md Jawaid ने ही की थी। उन्होंने बुधवार को अपने नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
Dr Md Jawaid उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने 2019 में मोदी लहर में भी जीत हासिल की। तब बिहार की 40 लोकसभा सीटों में विपक्ष के एकमात्र प्रत्याशी रहे, जिन्होंने किशनगंज में जीत का परचम लहराया था। इसकी सबसे बड़ी वजह जनता से उनका जुड़ाव और क्षेत्र के विकास के लिए उनका काम है। किशनगंज से अरशद अब्बास ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया कि Dr Md Jawaid ने अपने संसदीय क्षेत्र में पिछले एक वर्ष में 464 पुल-पुलिया का निर्माण कराया।
किशनगंज सांसद Dr Md Jawaid एएमयू की किशनगंज शाखा के लिए लगातार दिल्ली में आवाज उठाते रहे। संसद परिसर में प्रदर्शन किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से एएमयू के लिए फंड के सवाल पर मुलाकात की। डॉ. जावेद के बारे में राजनीति के जानकारों का कहना है कि जब पुलवामा-बालाकोट जैसे भावनात्मक माहौल के बावजूद उन्होंने जीत हासिल की, तो इस बार उनकी जीत आसान होनेवाली है। इस बार महंगाई, बेरोजगारी, लोकतंत्र और संविधान बचाने का सवाल है। इस बार भाजपा खुद ही फंसी हुई है। भाजपा ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार, सीएए और रामंदिर को मुद्दा बनाने की कोशिश की, लेकिन जनता के वास्तविक मुद्दे दब नहीं पाए। अब तो भ्रष्टाचार का मुद्दा भाजपा के लिए ही गले की फांस बन रहा है। इस स्थिति में Dr Md Jawaid के लिए जीत अपेक्षाकृत आसान होगा।
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किशनगंज से अरशद अब्बास ने बताया कि किशनगंज सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद साहेब ने जितना किशनगंज के लिए विकास कार्य किया है और जन सरोकार से जुड़े मुद्दों को उठाया है, उस रिकॉर्ड में डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद साहेब बिहार के अन्य सांसदों से काफी आगे और बेहतर है। इन्होंने किशनगंज के लिए जितना विकास काम किया है उतना बिहार के किसी भी लोस क्षेत्र में नहीं हुआ है। इनके विकास कार्य, शराफ़त, सादगी की सभी तारीफ करते हैं। उन्होंने कहा जीता है डॉ जावेद और जीतेगा जावेद-इंशा अल्लाह।